
#चंदवा – सौहार्द और अमन के पैगाम के साथ मनी ईद-उल-फितर:
- चंदवा समेत ग्रामीण इलाकों में धूमधाम से मनी ईद-उल-फितर।
- मस्जिदों और ईदगाहों में अदा की गई विशेष नमाज।
- गिले-शिकवे भुलाकर लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर दी मुबारकबाद।
- मीठी सेवइयों और पारंपरिक व्यंजनों से घरों में बंटी खुशियां।
- सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन रहा मुस्तैद।
ईद-उल-फितर की नमाज और दुआएं
चंदवा समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों में सोमवार को हर्षोल्लास और सौहार्द के माहौल में ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया गया। स्थानीय मस्जिदों और ईदगाहों में सुबह से ही नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग पहुंचे।
ईद की नमाज के दौरान देश में अमन, भाईचारे और खुशहाली की दुआ मांगी गई। नमाज के बाद सभी लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी और आपसी प्रेम और सौहार्द का संदेश दिया।
सेवइयों और पकवानों से सजी ईद
रमजान के पवित्र महीने के समापन के बाद मनाई जाने वाली ईद-उल-फितर खुशियों, भाईचारे और दान-पुण्य का पर्व है। इस दिन मीठी सेवइयों, शीर खुरमा और तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजन घरों में बनाए जाते हैं।
इसके अलावा, लोग अपनी कमाई का एक हिस्सा जरूरतमंदों में दान करके ईद की खुशियां साझा करते हैं। यह त्योहार न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक एकता और सहयोग का भी प्रतीक है।
सुरक्षा व्यवस्था रही चाक-चौबंद
ईद को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पुनि सह थाना प्रभारी रणधीर कुमार सुरक्षा बलों के साथ इलाके में गश्त करते नजर आए। उन्होंने लोगों से मिलकर उन्हें ईद की शुभकामनाएं भी दीं।
पूरे क्षेत्र में त्योहार शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ, जिससे लोगों में उत्साह और उमंग देखने को मिला।
‘न्यूज़ देखो’ – ईद की खुशियां आपकी राय?
चंदवा में ईद-उल-फितर का जश्न प्रेम, भाईचारे और सौहार्द के साथ मनाया गया। क्या आपके इलाके में भी इस त्योहार की कोई खास परंपरा है? अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और इस खबर को रेट करें। ‘हर खबर पर रहेगी हमारी नजर’।