चंदवा में सड़क निर्माण पर रोक से ग्रामीणों में आक्रोश, उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

#Chandwa_Sadak_Vivad #Serak_Road_Dispute — ग्रामीण बोले: “बरसात में कैसे चलें कीचड़ में?”

सड़क निर्माण रुकने से भड़के ग्रामीण

चंदवा प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सेरक में हरैया-तरहसी-सेरक मुख्य मार्ग पर चल रहे कालीकरण कार्य को स्थानीय निवासी हैदर अंसारी द्वारा रोक दिए जाने पर गुरुवार को पूरे गांव में आक्रोश फैल गया।
इस घटना के विरोध में जतरा टांड पर ग्रामीणों की एक आपात बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता मुखिया अनीता देवी ने की।

बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार ही सड़क का निर्माण किया जाए, ताकि बरसात में ग्रामीणों को परेशानी न हो।

उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन, समस्या समाधान की मांग

बैठक उपरांत ग्रामीणों ने लातेहार उपायुक्त को एक गंभीर ज्ञापन सौंपते हुए समस्या के स्थायी समाधान की मांग की।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि सेरक गांव में मंदिर मोड़ से कामता तक कालीकरण सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है,
लेकिन मो. हैदर अंसारी अपने घर के सामने इस निर्माण कार्य को जमीन को निजी बताते हुए रोक रहे हैं।

“बरसात के समय कीचड़ में फिसलते हुए बच्चे स्कूल जाते हैं, बीमारों को अस्पताल पहुंचाना तक मुश्किल हो जाता है।”
मुखिया अनीता देवी, सेरक पंचायत

ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क जनहित से जुड़ी है और वर्षों से इस मार्ग का उपयोग किया जा रहा है। अब जब सरकार के सहयोग से इसका कालीकरण हो रहा है, तो इसे रोकना सामूहिक हित के विरुद्ध है।

हैदर अंसारी की सफाई

वहीं दूसरी ओर, हैदर अंसारी का कहना है कि जिस स्थान पर निर्माण कार्य हो रहा है वह उनकी ‘रेती जमीन’ है।
उनका दावा है कि नक्शे में सड़क की दिशा दूसरी ओर दर्शाई गई है, इसलिए वह निर्माण का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उस मार्ग से कोई आपत्ति नहीं है जो नक्शा के अनुसार हो।

न्यूज़ देखो : जनता की आवाज, सरकार तक पहुंचाएं

ग्रामीण विकास की पहली शर्त है सड़कों तक पहुंच।
न्यूज़ देखो का मानना है कि ऐसे जनहित कार्यों में किसी भी तरह की बाधा को प्रशासनिक हस्तक्षेप से सुलझाया जाना आवश्यक है।
आइए हम मिलकर अपने गांवों को बेहतर बनाए, जिम्मेदार नागरिक बनें और विकास की राह में साथ चलें।

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