झारखंड विधानसभा में जय राम महतो ने पहली बार बोलते हुए झारखंड के छात्रों और युवाओं की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने झारखंड स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (JSSC) CGL परीक्षा में हुए कथित घोटाले पर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि हजारों अभ्यर्थी सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने सरकार से अपील की कि वह इन छात्रों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। अपने संबोधन में उन्होंने कहा:
“मैं छात्र आंदोलन से जुड़कर यहां तक आया हूं। मैं सदन और सरकार से अपील करता हूं कि वे छात्रों के मुद्दों को गंभीरता से लें और उनकी मांगों को पूरा करें।”
विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं पर जोर
जय राम महतो ने अपने क्षेत्र में शिक्षा और प्रवास संबंधी समस्याओं पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र के लोगों को प्रवास और बुनियादी शिक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ता है। उन्होंने सरकार से इन समस्याओं के समाधान की मांग की।
संदेश का मुख्य बिंदु
- छात्रों के साथ न्याय और संवाद स्थापित करने की आवश्यकता।
- प्रवासी मजदूरों की स्थिति में सुधार लाने की अपील।
- झारखंड के विकास के लिए समान अवसर और समावेशी दृष्टिकोण की मांग।
जय राम महतो का यह संबोधन उनके छात्र जीवन और आंदोलनकारी पृष्ठभूमि को दर्शाता है, जिससे उन्होंने वंचित वर्गों की आवाज को प्रभावी रूप से उठाया। यह उनकी राजनीतिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण साबित हुआ।