
#बरवाडीह #दुर्गापूजा : नई कमिटी का ऐलान, सैकड़ों ग्रामीणों की मौजूदगी में हुई बैठक
- छेंचा शिव मंदिर प्रांगण में बैठक कर लिया गया निर्णय।
- पुराने कमिटी को भंग कर नई दुर्गा पूजा कमिटी का गठन।
- ईश्वर दयाल सिंह अध्यक्ष, राणा प्रताप सिंह उपाध्यक्ष बनाए गए।
- सचिव पद पर उमेशचंद तिवारी, उपसचिव बने विकेश कुमार सिंह।
- बड़ी संख्या में ग्रामीणों की मौजूदगी ने बैठक को दिया ऐतिहासिक रूप।
बरवाडीह प्रखंड के छेंचा गांव में बुधवार देर शाम शिव मंदिर प्रांगण में आयोजित बैठक में आगामी दुर्गा पूजा की तैयारियों को लेकर अहम निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता पूर्व कमिटी अध्यक्ष नंदकिशोर प्रसाद ने की। इस दौरान सर्वसम्मति से पुराने कमिटी को भंग कर नई कमिटी का गठन किया गया।
नई कमिटी में युवा और अनुभवी चेहरे
नवनिर्वाचित दुर्गा पूजा कमिटी में ईश्वर दयाल सिंह को अध्यक्ष और राणा प्रताप सिंह को उपाध्यक्ष चुना गया। वहीं सचिव की जिम्मेदारी उमेशचंद तिवारी और उपसचिव का दायित्व विकेश कुमार सिंह को सौंपा गया।
संरक्षकों और प्रबंधकों की नियुक्ति
बैठक में नंदकिशोर प्रसाद, संभू प्रसाद, ज्ञानी सिंह, संजय सिंह, आलोक रंजन और संतोष प्रसाद को मुख्य संरक्षक बनाया गया। जबकि व्यवस्थापक मंडली में रूप रंजन सिंह, अशोक सिंह, आनंद सिंह, बिरेंद्र सिंह, सतेंद्र सिंह, अमित सिंह, अनिल सिंह और जयपाल प्रसाद को जिम्मेदारी दी गई।
सक्रिय सदस्यों की लंबी सूची
पूजा की भव्यता और आयोजन में सहयोग सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय सदस्य के रूप में बड़ी संख्या में युवाओं को शामिल किया गया है। इनमें बिक्की सिंह, सुदामा सिंह, दुर्गेश सिंह, रंजन सिंह, अंकित कुमार, माही गुप्ता, राजेंद्र राम, दरोगा सिंह, बजरंगी कुमार, इंद्रकांत यादव, जगेसर सिंह, विकास सिंह, बाबू नंदन, अमन कुमार, विवेक कुमार, अनोज कुमार और राजेंद्र शामिल हैं।
ग्रामीणों की सक्रिय मौजूदगी
पूरे आयोजन के दौरान छेंचा गांव और आसपास के ग्रामीणों की भारी भीड़ उपस्थित रही। बैठक में उत्साह और उमंग का माहौल देखने को मिला। ग्रामीणों ने भरोसा जताया कि इस बार दुर्गा पूजा धूमधाम और शांति के साथ मनाई जाएगी।
न्यूज़ देखो: परंपरा और संगठन का संगम
छेंचा की दुर्गा पूजा कमिटी का गठन सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि सामाजिक एकजुटता का प्रतीक है। नई कमिटी से ग्रामीणों की उम्मीदें जुड़ी हैं कि वे परंपरा और अनुशासन दोनों को साथ लेकर चलेंगे।
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सामाजिक एकजुटता से सजेगा पर्व
दुर्गा पूजा सिर्फ धार्मिक आस्था नहीं बल्कि सामाजिक बंधन को भी मजबूत करने का अवसर है। अब समय है कि हम सब मिलकर इस आयोजन को सफल बनाएं और शांति-सौहार्द का संदेश फैलाएं।
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