गढ़वा मझिआंव, झारखंड: छठ पर्व के अवसर पर हुए एक दर्दनाक हादसे में मझिआंव थाना क्षेत्र के कोयल नदी में डूबने से चार मासूम बच्चों की मौत हो गई। जिसमें तीन अन्य बच्चे का शव अब भी लापता हैं। यह हृदयविदारक घटना उस समय हुई जब ये बच्चे गुरुवार को दोपहर करीब एक बजे स्नान के लिए कोयल नदी में उतरे थे। इस घटना ने इलाके में शोक की लहर फैला दी है।
मृतक बच्चों की पहचान
इस हादसे में जिन बच्चों की जान गई, उनमें मोरबे गांव के निवासी अमरनाथ चंद्रवंशी के 9 वर्षीय पुत्र अमन कुमार का नाम शामिल है। जबकि लापता उनके भाई संजय चंद्रवंशी के 14 वर्षीय पुत्र प्रियांशु कुमार, और नसीम खलीफा की 7 वर्षीय पुत्री फिजा खातून शामिल हैं। ये तीनों मासूम बच्चे छठ पूजा की परंपरा के अनुसार नदी में स्नान करने के लिए गए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जब एक बच्चा अचानक पानी में डूबने लगा, तो बाकी बच्चों ने उसे बचाने की कोशिश की और इस प्रयास में गहरे पानी में चले गए। सभी बच्चे कम उम्र के होने के कारण तैरना नहीं जानते थे, जिससे यह दुखद हादसा हो गया।
ग्रामीणों और परिजनों में मातम का माहौल
हादसे की खबर सुनते ही स्थानीय ग्रामीण और परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे और खोजबीन शुरू की। प्रशासन को सूचना देने के बाद पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और बच्चों की तलाश में जुट गई। पुलिस के साथ-साथ ग्रामीणों की टीम भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है, लेकिन खबर लिखे जाने तक लापता बच्चों के शव नहीं मिल सकी हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और पूरे गांव में इस हादसे के बाद शोक का माहौल है।
दूसरी घटना में एक और किशोरी की मौत
इसी दौरान, मझिआंव के भड़रिया इलाके के पास भी एक और दर्दनाक घटना सामने आई। पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के दरुआ गांव की 17 वर्षीय किशोरी निहारिका कुमारी, जो अपने परिवार के साथ छठ पूजा के लिए आई थी, कोयल नदी में स्नान के दौरान डूब गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, निहारिका अपने दो सहेलियों के साथ नदी में स्नान कर रही थी, तभी गहरे पानी में फिसल गई और डूबने लगी। घटना के बाद तुरंत नाविकों ने उसे पानी से निकालने का प्रयास किया और उसके शव को बरामद कर लिया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अन्य दो लड़कियां भी अस्पताल में भर्ती
इस हादसे में निहारिका के साथ स्नान कर रही दो अन्य लड़कियां भी गहरे पानी में बहने लगी थीं। हालांकि उन्हें किसी तरह बचा लिया गया, लेकिन दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी हालत गंभीर है, और उन्हें उचित इलाज दिया जा रहा है।
प्रशासन ने की सतर्कता बढ़ाने की अपील
छठ पर्व के दौरान हुई इन दुखद घटनाओं के बाद मझिआंव थाना प्रभारी आकाश कुमार ने आमजन से अपील की है कि नदी में स्नान करते समय विशेष सावधानी बरतें, विशेष रूप से बच्चों के साथ। उन्होंने बताया कि मोरबे में डूबे तीन बच्चों की तलाश जारी है और इसके लिए पुलिस की ओर से विशेष रेस्क्यू टीम लगाई गई है। उन्होंने स्थानीय लोगों से आग्रह किया है कि वे नदी के किनारे बच्चों को अकेले न जाने दें और गहरे पानी से दूर रखें।
इन घटनाओं ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि छठ पर्व की पूजा के दौरान अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके।