
#सारण #सोनपुर_मेला : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभागीय प्रदर्शनी, विकास कार्यों और लाभार्थियों से मुलाकात कर कई आवश्यक निर्देश दिए।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोनपुर स्थित हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला-2025 का किया भ्रमण।
- विभिन्न विभागों की विकास योजनाओं की प्रदर्शनी का विस्तृत अवलोकन।
- उत्पादकों-विक्रेताओं से उत्पाद निर्माण, विपणन और सरकारी सुविधाओं पर चर्चा।
- जीविका दीदियों ने ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत शुरू किए गए कार्यों की जानकारी दी।
- निरीक्षण के दौरान कई लाभार्थियों को सहायता राशि के चेक प्रदान किए गए।
- सीएम ने कहा—सोनपुर मेला बिहार की प्राचीन परंपरा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की पहचान है।
सारण जिले के सोनपुर स्थित विश्व-प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला-2025 में रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे। उन्होंने मेला परिसर का विस्तृत निरीक्षण किया और विभिन्न विभागों की ओर से लगाए गए स्टॉलों, विकास योजनाओं और चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र में आने वाले आगंतुकों को सभी आवश्यक सुविधाएँ समय पर उपलब्ध कराई जाएँ।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कृषि, उद्योग, पर्यटन, ग्रामीण विकास और सामाजिक कल्याण से जुड़े विभागों के स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने उत्पादकों एवं विक्रेताओं से उनके उत्पादों के निर्माण, विपणन व्यवस्था, सरकारी सहायता और बाजार उपलब्धता को लेकर बातचीत की। सीएम ने कहा कि स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके।
जीविका दीदियों ने साझा किए अपने अनुभव
मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान जीविका दीदियों ने ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ के तहत प्राप्त वित्तीय सहायता से शुरू किए गए अपने व्यवसायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना ने उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम, आत्मनिर्भर और सामाजिक रूप से अधिक मजबूत बनाया है।
इसके साथ ही, निरीक्षण के क्रम में सीएम ने कई जीविका समूहों और लाभार्थियों को सहायता राशि के चेक भी सौंपे।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देता सोनपुर मेला
सोनपुर मेला न सिर्फ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, बल्कि यह बिहार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण केंद्र भी है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि यह मेला राज्य की प्राचीन परंपराओं, लोकसंस्कृति और सामाजिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेला में आने वाले शिल्पकारों, किसानों और छोटे उद्यमियों को हर संभव सुविधा दी जाए।
मेला परिसर में व्यवस्था की समीक्षा
मुख्यमंत्री ने स्वच्छता, सुरक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य, परिवहन और पार्किंग की व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि मेला में आने वाले पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को तकनीकी और डिजिटल माध्यमों का उपयोग बढ़ाने की भी सलाह दी, ताकि आगंतुकों को बेहतर जानकारी और सेवाएँ मिल सकें।

न्यूज़ देखो: परंपरा और प्रगति का संगम सोनपुर मेला
सोनपुर मेला बिहार की पहचान के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मजबूत स्तंभ बनता जा रहा है। सरकार की योजनाओं और स्थानीय उद्यमियों की मेहनत से यह आयोजन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान बना रहा है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
परंपराओं को संजोएं, स्थानीय आर्थिक विकास को बढ़ावा दें
सोनपुर मेला सिर्फ सांस्कृतिक आस्था का केंद्र ही नहीं, बल्कि हजारों परिवारों की आजीविका का साधन भी है। ऐसे आयोजनों को संरक्षित करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
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