
#गढ़वा #मां_शायरदेवी_धाम : बाल गायक आर्यन बाबू ने लिया माता का आशीर्वाद, भक्तों ने किया गर्मजोशी से स्वागत
- लिटिल स्टार सिंगर आर्यन बाबू पहुंचे मां शायर देवी धाम।
- मंदिर में दर्शन-पूजन कर लिया माता का आशीर्वाद।
- श्रद्धालुओं और संगीत प्रेमियों ने किया भावनात्मक स्वागत।
- समिति ने शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर किया सम्मान।
- लोक संगीत और सांस्कृतिक आयोजनों पर हुई सार्थक चर्चा।
गढ़वा जिले के मेराल प्रखंड में स्थित प्रसिद्ध मां शायर देवी धाम में मंगलवार का दिन श्रद्धा और उत्साह से भरा रहा। इस अवसर पर बाल गायक और उभरते हुए संगीत सितारे आर्यन बाबू अपने पिता एवं टीम के साथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने माता शायर देवी के चरणों में शीश झुकाकर आशीर्वाद लिया और कुछ समय भक्ति व ध्यान में बिताया। आर्यन बाबू का यह दौरा धार्मिक आस्था के साथ-साथ सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक बन गया।
आस्था और संगीत का संगम
मां शायर देवी धाम पहुंचने पर आर्यन बाबू का स्वागत मंदिर संचालन समिति, स्थानीय समाजसेवियों और बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने किया। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी उनकी एक झलक पाने को उत्सुक थे। लोगों ने आर्यन बाबू से मुलाकात की, उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं। पूरे मंदिर परिसर में भक्ति और उल्लास का माहौल रहा।
आर्यन बाबू ने कहा: “मां शायर देवी धाम की प्रसिद्धि दूर-दूर तक फैली हुई है। यहां आकर आत्मिक शांति मिलती है। माता रानी की कृपा से मुझे यह प्यार और सम्मान मिला है। मैं हमेशा अपने संगीत से लोगों के दिलों को छूने और अपने राज्य व देश का नाम रोशन करने की कोशिश करूंगा।”
उनके इस भावपूर्ण संबोधन से मंदिर में मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। सभी ने उनकी सादगी और समर्पण की सराहना की।
समिति ने किया सम्मान, सांस्कृतिक संवाद भी हुआ
मां शायर देवी धाम संचालन समिति के अध्यक्ष ने आर्यन बाबू को शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि आर्यन बाबू जैसे बाल कलाकार समाज की धरोहर हैं और उनकी प्रतिभा नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।
समिति अध्यक्ष ने कहा: “हमें गर्व है कि इतने कम उम्र में इतना बड़ा नाम कमाने वाले बाल कलाकार ने हमारे धाम का दौरा किया। उनका विनम्र स्वभाव और भक्ति भाव सबके लिए अनुकरणीय है।”
पूजन के बाद आर्यन बाबू ने समिति के पदाधिकारियों और स्थानीय संगीत प्रेमियों से मुलाकात की। इस दौरान लोक संगीत, सांस्कृतिक आयोजनों और युवाओं में संगीत के प्रति रुझान को लेकर सार्थक चर्चा हुई।
श्रद्धालुओं में उमड़ा उत्साह
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह पहला अवसर था जब किसी प्रसिद्ध बाल गायक ने मां शायर देवी धाम का दौरा किया और इतने सहज भाव से सभी से संवाद किया। उनके आगमन की खबर फैलते ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने उनके साथ सेल्फी ली और आशीर्वाद लिया।
आर्यन बाबू ने इस दौरान सभी से आशीर्वाद और समर्थन की अपील की, ताकि वे आगे भी संगीत जगत में नई ऊंचाइयां हासिल कर सकें।
न्यूज़ देखो: बाल प्रतिभा का आशीर्वाद से भरा सफर
आर्यन बाबू का मां शायर देवी धाम पहुंचना न केवल धार्मिक आस्था का उदाहरण है, बल्कि यह झारखंड की सांस्कृतिक चेतना का भी प्रतीक है। ऐसे कलाकार समाज में सकारात्मक ऊर्जा और प्रेरणा का संचार करते हैं। उनकी सादगी और भक्ति भाव नई पीढ़ी को संस्कारों से जोड़ती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संगीत और संस्कार से गूंजता झारखंड
आर्यन बाबू जैसे युवा कलाकार झारखंड की मिट्टी में रचे-बसे संगीत और संस्कृति के असली दूत हैं। जब कला में आस्था का प्रकाश जुड़ जाता है, तो समाज में प्रेम और सौहार्द का दीप जलता है। आइए हम सब ऐसे कलाकारों का उत्साह बढ़ाएं, अपने बच्चों में कला और संस्कार का बीज बोएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि यह प्रेरणा हर दिल तक पहुँचे।