बगोदर #दुर्गापूजा : खम्भरा में सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों की प्रस्तुतियों ने बांधा समा—गांववासियों का मिला अपार सहयोग
- खम्भरा, बगोदर प्रखंड में दुर्गा पूजा के अवसर पर हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम
- छोटे-छोटे बच्चों ने दिया शानदार डांस परफॉर्मेंस
- मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह
- कार्यक्रम में मौजूद रहे सरिता महतो, हरेन्द्र सिंह और खूबलाल भाई
- आयोजन की सफलता में पूरे गांव और पूजा समिति का रहा अहम योगदान
बच्चों की प्रस्तुतियों ने बांधा समा
बगोदर प्रखंड के खम्भरा में सोमवार की रात्रि श्री श्री दुर्गा पूजा के पावन अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर छोटे-छोटे बच्चों ने मंच पर एक से बढ़कर एक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। पूरे कार्यक्रम के दौरान तालियों की गड़गड़ाहट से माहौल गूंजता रहा।
पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह रहे मुख्य अतिथि
सांस्कृतिक संध्या में बगोदर के पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से न सिर्फ बच्चों की प्रतिभा को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि समाज में सांस्कृतिक माहौल भी जीवित रहता है।
जनप्रतिनिधियों की रही सहभागिता
इस अवसर पर बगोदर मध्य भाग की पूर्व जीप सदस्य सरिता महतो, बगोदर उप प्रमुख हरेन्द्र सिंह और खूबलाल भाई समेत कई स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने बच्चों का हौसला बढ़ाया और आयोजन समिति को सफल कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया।
पूजा समिति और ग्रामीणों का रहा सहयोग
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पूजा कमिटी की भूमिका अहम रही। अध्यक्ष संजय सिंह सहित संकर यादव, सुबोध सिंह, प्रदीप सिंह, दीपक सिंह, खलेन्द्र दास, अजय शर्मा, रंजन सिंह, आनंद सिंह, अवध सिंह, मनोज सिंह, यमुना सिंह, उपेंद्र सिंह, कृष्णा दास और आशीष सिंह का विशेष योगदान रहा। पूरे गांववासियों ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।
न्यूज़ देखो: संस्कृति और परंपरा की जीवंत मिसाल
खम्भरा का यह आयोजन बताता है कि दुर्गा पूजा सिर्फ धार्मिक आस्था ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक अभिव्यक्ति और सामुदायिक एकजुटता का भी पर्व है। बच्चों की प्रतिभा को मंच देने से गांव की नई पीढ़ी आत्मविश्वास और सामाजिक जुड़ाव की ओर बढ़ती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समाज को जोड़ने वाली सांस्कृतिक शक्ति
दुर्गा पूजा जैसे अवसर समाज को जोड़ने और बच्चों की प्रतिभा को निखारने का सबसे बड़ा मंच साबित होते हैं। हमें ऐसे आयोजनों को और आगे बढ़ाने के लिए सजग नागरिकता और सामूहिक भागीदारी से योगदान देना चाहिए। इस खबर को अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा करें और कमेंट में लिखें कि आपको कौन-सी सांस्कृतिक प्रस्तुति सबसे ज्यादा पसंद आती है।