
#डुमरीगुमला #धार्मिकअनुष्ठान : आरसी चर्च नवाडीह में निकली शोभायात्रा और मिस्सा पूजा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया
- आयोजन आरसी चर्च नवाडीह में संपन्न हुआ।
- मुख्य अनुष्ठाता फादर ब्यातुष किंडो रहे।
- शोभायात्रा चर्च परिसर से क्रूस चौक होते हुए निकाली गई।
- कार्यक्रम में फादर पिंगल कुजूर और फादर देवनिश तिर्की मौजूद रहे।
- सैकड़ों श्रद्धालु उत्साह और श्रद्धा के साथ शामिल हुए।
डुमरी गुमला के आरसी चर्च नवाडीह में रविवार को ख्रीस्त राजा तीर्थ यात्रा पर्व बड़ी आस्था और भक्ति के साथ मनाया गया। सुबह से ही श्रद्धालु चर्च परिसर में जुटने लगे और मिस्सा पूजा में शामिल हुए। मुख्य अनुष्ठाता फादर ब्यातुष किंडो ने मिस्सा पूजा सम्पन्न कराई और ख्रीस्तीय समुदाय को ख्रीस्त राजा के संदेश और महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उनके नेतृत्व में आयोजित इस वार्षिक पर्व ने पूरे क्षेत्र में धार्मिक उत्साह का माहौल बना दिया।
फादर ब्यातुष किंडो का आध्यात्मिक संदेश
फादर ब्यातुष किंडो ने अपने प्रवचन में कहा कि प्रभु यीशु सत्य और जीवन के राजा हैं, जिन्होंने न्याय, शांति और भाईचारे का मार्ग दिखाया। उन्होंने बताया कि यीशु ने धन या भौतिक साधनों से नहीं बल्कि ईश्वरीय शक्ति और पवित्र कर्मों से लोगों के जीवन में परिवर्तन लाया। उन्होंने यीशु को चरवाहा, राजा और महान चंगाईदाता बताते हुए कहा कि क्रूस उठाकर उन्होंने संपूर्ण मानवता को मुक्ति दिलाई और पड़ोसी प्रेम की शिक्षा दी।
फादर किंडो ने जोर देकर कहा कि यीशु के राज्य की स्थापना क्षमा, दया, प्रेम और शांति पर आधारित है, और प्रत्येक विश्वासी इस राज्य का साक्षी है। इसी विश्वास और समर्पण के कारण आज भी ख्रीस्तीय समुदाय पूरे हर्ष और उल्लास के साथ ईसा मसीह की जय-जयकार करता है।
शोभायात्रा ने बढ़ाया पर्व का आकर्षण
पर्व के पूर्व पवित्र संक्रेत को लेकर एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यह यात्रा चर्च परिसर से शुरू होकर सीपी चौक, क्रूस चौक, जितियाटोली, ब्लॉक रोड होते हुए पुनः क्रूस चौक से चर्च परिसर लौटी और सभा में परिवर्तित हो गई। पूरे मार्ग में श्रद्धालु भजन, प्रार्थना और स्तुति गीतों के साथ आगे बढ़ते हुए प्रेम और विश्वास का संदेश देते चले।
बड़ी संख्या में श्रद्धालु और अगुवा हुए शामिल
इस अवसर पर फादर पिंगल कुजूर, फादर देवनिश तिर्की, डिकन समीर एक्का, सिस्टर वेरनासिया, सिस्टर ज्योति, सचिन, रंजीत और लीविन सहित सैकड़ों धर्मावलंबी उपस्थित थे। सभी ने मिलकर प्रार्थना, गीत एवं धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया और पर्व को सफल बनाया।
न्यूज़ देखो धार्मिक आस्था और सामाजिक सद्भाव का अनोखा संगम
ख्रीस्त राजा जैसे पर्व समाज में शांति, प्रेम और भाईचारे का संदेश मजबूत करते हैं।
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