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लातेहार जिले में 8वीं की छात्रा ने आत्महत्या की, शिक्षक पर प्रताड़ना का गंभीर आरोप

#लातेहार #स्कूलकांड : छात्रा की मौत से गुस्से में ग्रामीण, पुलिस जांच में जुटी

लातेहार जिले के सदर थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात एक दर्दनाक घटना हुई, जहां 8वीं कक्षा की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि स्कूल का एक शिक्षक उसके साथ गलत हरकत करता था और उसे लगातार प्रताड़ित कर रहा था। इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है और शनिवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण स्कूल पहुंचे और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

घटना का पूरा विवरण

मृतका के परिवार का कहना है कि छात्रा ने कई बार अपनी परेशानी उन्हें बताई थी। उसने शिकायत की थी कि एक शिक्षक उसके साथ अनुचित व्यवहार करता है और उसे अलग-अलग तरीकों से प्रताड़ित करता है। परिजनों ने यह भी बताया कि उन्होंने स्कूल में जाकर आरोपी शिक्षक के खिलाफ आपत्ति जताई थी और हंगामा भी किया था, लेकिन इसके बावजूद आरोपी ने अपनी हरकत नहीं रोकी। आखिरकार, शुक्रवार की रात छात्रा ने खुदकुशी कर ली

हंगामे से दहला स्कूल

घटना के अगले दिन यानी शनिवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। बड़ी संख्या में लोग स्कूल पहुंच गए और जमकर विरोध किया। इस दौरान भीड़ ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार करने की मांग की। हालांकि, आरोपी शिक्षक स्कूल नहीं आया था और अभी भी फरार बताया जा रहा है।

पुलिस की प्रतिक्रिया

घटना की सूचना पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार महतो ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लातेहार सदर अस्पताल भेजा गया है।

थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार महतो ने कहा: “मामले में गहन जांच की जा रही है। दोषी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं और आरोपी शिक्षक की तलाश में छापेमारी जारी है। इस बीच, गांव में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

समाज में गूंज और चिंता

इस घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि यह केवल एक बच्ची की नहीं, बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र पर सवाल खड़ा करने वाली घटना है। लोग मांग कर रहे हैं कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए सख्त व्यवस्था हो।

न्यूज़ देखो: शिक्षा व्यवस्था पर गहरे सवाल

एक बच्ची की जान जाना किसी भी समाज के लिए गहरी चोट है। जब शिक्षा के मंदिर में ही असुरक्षा का माहौल हो, तो बदलाव जरूरी है। जिम्मेदारों को यह समझना होगा कि बच्चों की सुरक्षा और गरिमा सर्वोच्च प्राथमिकता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

बच्चियों की सुरक्षा है सामूहिक जिम्मेदारी

अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर यह सुनिश्चित करें कि स्कूल बच्चों के लिए सबसे सुरक्षित स्थान बनें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को दोस्तों व परिजनों के साथ शेयर करें ताकि यह संदेश हर जगह पहुंचे और हम एक सुरक्षित समाज बनाने में योगदान दे सकें।

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