
#गढ़वा #विवाद : सरकारी आवास में प्रेमिका संग पकड़े गए मझिआव के सीओ – पत्नी ने दीवार फांदकर किया खुलासा, मचा हड़कंप
- गढ़वा जिले के मझिआव अंचल में शनिवार सुबह सीओ प्रमोद कुमार को उनकी पत्नी डॉ. श्यामा रानी ने प्रेमिका संग रंगे हाथ पकड़ लिया।
- घटना सरकारी आवास की है, जहां पत्नी ने दीवार फांदकर प्रवेश कर दोनों को एक ही कमरे में देखा।
- गुस्से में डॉ. श्यामा रानी ने पूरे घर को भीतर से बंद कर सीओ को कमरे में कैद कर दिया।
- पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन गुस्साई पत्नी के सामने किसी की नहीं चली।
- सीओ ने छत से कूदकर भागने की कोशिश की, जबकि पुलिस ने प्रेमिका को हिरासत में लेकर महिला थाने भेजा।
गढ़वा जिले के मझिआव में शनिवार की सुबह एक प्रशासनिक अधिकारी से जुड़ा पारिवारिक विवाद बड़े हंगामे में बदल गया। मझिआव के अंचल अधिकारी (सीओ) प्रमोद कुमार को उनकी पत्नी डॉ. श्यामा रानी ने अपने सरकारी आवास में प्रेमिका संग रंगे हाथ पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि घटना सुबह लगभग चार बजे की है। यह खबर फैलते ही पूरा इलाका चर्चा का केंद्र बन गया।
सरकारी आवास में हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा
सूत्रों के अनुसार, डॉ. श्यामा रानी को कई दिनों से अपने पति पर शक था। शनिवार को उन्हें जब निश्चित जानकारी मिली कि उनके पति किसी महिला के साथ सरकारी आवास में हैं, तो वे तुरंत गढ़वा से मझिआव पहुंचीं। उन्होंने दीवार फांदकर घर में प्रवेश किया और कमरे के भीतर पति को प्रेमिका के साथ देखकर गुस्से में आ गईं।
डॉ. श्यामा रानी ने कहा: “हम कानून का सहारा लेंगे, अब यह मामला परिवार तक सीमित नहीं रहा।”
उन्होंने तुरंत घर के सभी दरवाजे बंद कर दिए और अपने पति को कमरे में कैद कर दिया। कुछ देर बाद वहां हंगामा मच गया। स्थानीय लोगों और प्रशासनिक कर्मियों की भीड़ जुटने लगी।
पुलिस और अधिकारी मौके पर पहुंचे, तनाव बढ़ा
घटना की खबर मिलते ही मझिआव थाना पुलिस और कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। लेकिन स्थिति संभालना आसान नहीं था। सीओ प्रमोद कुमार ने घर से निकलने के लिए छत का सहारा लिया और वहां से कूदने की कोशिश की। इस घटना से अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
एसडीपीओ नीरज कुमार ने बताया: “फिलहाल यह पारिवारिक विवाद का मामला लग रहा है। कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है, शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।”
इसी बीच पुलिस ने सीओ की कथित प्रेमिका को हिरासत में लेकर महिला थाने भेज दिया है। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि इस दौरान लोगों की भीड़ वहां इकट्ठा हो गई थी और पूरे क्षेत्र में घटना की चर्चा फैल गई।
पूर्व सांसद ने जताया आक्रोश
डॉ. श्यामा रानी के पिता और बिहार के पूर्व सांसद श्रीराम मांझी ने भी इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी के साथ अन्याय हुआ है और अब न्याय के लिए कानूनी कदम उठाया जाएगा।
श्रीराम मांझी ने कहा: “सब जानते हैं कि इस तरह का काम गलत है। अब हम लोग कानूनी कार्रवाई करेंगे।”
उन्होंने पुलिस प्रशासन से भी निष्पक्ष जांच की मांग की और कहा कि सरकारी आवास में इस प्रकार की घटना होना न केवल शर्मनाक है बल्कि यह सरकारी पद की गरिमा को भी ठेस पहुंचाने वाला है।
पूरे दिन इलाके में चर्चा का विषय बना मामला
मझिआव और आसपास के इलाकों में यह घटना पूरे दिन चर्चा का विषय बनी रही। लोग इस बात से हैरान हैं कि एक अधिकारी का निजी विवाद इस हद तक सार्वजनिक हो गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासनिक पदों पर बैठे लोगों को आचरण की मर्यादा बनाए रखनी चाहिए ताकि जनता का विश्वास कायम रहे।
न्यूज़ देखो: सरकारी गरिमा और निजी मर्यादा पर बड़ा सवाल
गढ़वा की इस घटना ने सरकारी अधिकारियों के व्यक्तिगत आचरण और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जब एक अधिकारी सरकारी आवास का दुरुपयोग कर निजी संबंधों को छिपाने की कोशिश करे, तो यह प्रशासनिक छवि को धूमिल करता है। अब जरूरत है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जिम्मेदारी और मर्यादा से ही बनता है विश्वास
सरकारी सेवा केवल एक पद नहीं, बल्कि जनता की आस्था और जिम्मेदारी का प्रतीक होती है। ऐसे में आवश्यक है कि अधिकारी अपनी निजी और सार्वजनिक सीमाओं का सम्मान करें। जनता भी ऐसे मामलों में सच्चाई सामने लाने में सहयोग करे ताकि समाज में जवाबदेही बनी रहे।
अब समय है कि हम मर्यादा और जवाबदेही दोनों को समान महत्व दें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को शेयर करें और जागरूकता फैलाएं ताकि समाज में पारदर्शिता और नैतिकता की भावना बनी रहे।




