#गढ़वा #दुर्गापूजा : एसडीएम संग बैठक में समितियों ने रखे सुझाव, स्वच्छता–प्रकाश–सुरक्षा पर हुआ विशेष फोकस
- “कॉफ़ी विद एसडीएम” संवाद में 50 से अधिक सदस्य शामिल।
- हेल्पलाइन नंबर जारी करने का निर्देश दिया गया।
- अवैध शराब पर रोक और रैंडम टेस्टिंग की घोषणा।
- सुरक्षा, प्रकाश और सफाई पर समितियों ने रखे मुद्दे।
- रामबांध तालाब की सफाई और जांच की मांग उठी।
गढ़वा अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार के साप्ताहिक संवाद कार्यक्रम “कॉफ़ी विद एसडीएम” में बुधवार को दुर्गा पूजा समितियों संग विशेष बैठक आयोजित की गई। इसमें लगभग दो दर्जन समितियों के 50 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक का मुख्य फोकस आने वाले दुर्गा पूजा महापर्व की तैयारियों, व्यवस्थाओं और संभावित समस्याओं पर रहा। एसडीएम ने कहा कि दुर्गा पूजा पूरे हर्षोल्लास और सामाजिक सौहार्द्र के साथ मनाया जाएगा और प्रशासन इसकी पूरी तैयारी कर रहा है।
समितियों ने रखे सुझाव और समस्याएं
बैठक में अलग–अलग समितियों के प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याएं रखीं। नाहर चौक की मां भगवती पूजा समिति के कौशल कुमार ने आरती के समय अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की। शिव मंदिर समिति लखना के भीम मिस्त्री ने कहा कि पिछले वर्ष जैसी अवांछित स्थिति दोबारा न हो, इसके लिए प्रशासन को अधिक सजग रहना होगा।
लगमा समिति के अनंत प्रसाद ने नाट्य मंचन कार्यक्रमों की सुरक्षा की मांग की। वहीं गढ़वा की मां काली पूजा समिति के पियूष पाठक ने हाई मास्ट लाइट की खराबी और जलजमाव की समस्या उठाई। राहुल पाठक ने अवैध वाहन पड़ाव की समस्या बताई जिस पर नगर परिषद को कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
नवादा समिति के अनिल सोनी ने हाईवे किनारे पंडाल से जाम की समस्या बताई और सुझाव दिया कि इसे बैंक्वेट हॉल में स्थानांतरित किया जाए।
सफाई, शराबबंदी और हेल्पलाइन पर चर्चा
बैठक में एसडीएम ने नगर परिषद और नगर पंचायत को निर्देश दिया कि वे विशेष हेल्पलाइन नंबर जारी करें ताकि समितियां और श्रद्धालु सीधे अपनी शिकायत दर्ज करा सकें।
कुछ समितियों ने शिकायत की कि त्यौहारों में अराजक तत्व नशे में माहौल बिगाड़ते हैं। इस पर एसडीएम ने अवैध शराब पर कड़ाई बरतने का आश्वासन दिया और बताया कि उत्पाद विभाग और पुलिस विशेष अभियान चलाएंगे। साथ ही वाहन चालकों का रैंडम अल्कोहल टेस्ट भी किया जाएगा।
लाइसेंस और दुकानें बंद करने की मांग
मां दुर्गा पूजा समिति नवादा के अध्यक्ष सुखबीर पाल ने सभी पात्र समितियों को लाइसेंस निर्गत करने की मांग रखी। वहीं मां गढ़ देवी मंदिर समिति के अरविंद पटवा ने पूजा के दौरान असामाजिक तत्वों की रोकथाम और मांस–मदिरा की दुकानों को प्रथमा से दशमी तक बंद रखने की अपील की।
रामबांध तालाब पर उठा बड़ा मुद्दा
जय मां शेरावाली संघ टंडवा के संयोजक दौलत सोनी ने रामबांध तालाब की दुर्दशा पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि तालाब में पूरी तरह जलकुंभी भर चुकी है, जबकि विसर्जन यहीं होना है। इस पर एसडीएम ने नगर परिषद को तुरंत सफाई कराने का निर्देश दिया।
जय माता दी संघ सोनपुरवा के शंकर कुमार ने तालाब में होटलों के गंदे पानी के बहाव और लाइट की खराबी की समस्या उठाई। कुछ सदस्यों ने तालाब के सुंदरीकरण पर हुई भारी–भरकम राशि के दुरुपयोग की जांच की मांग भी की।
अन्य समितियों की भागीदारी
देवी धाम जरगड़ समिति के अनुप गुप्ता ने रात्री भक्ति कार्यक्रमों की सुरक्षा मांगी। हरैया निवासी शुभम सिंह ने बताया कि उनका संघ पिछले 23 वर्षों से शांतिपूर्ण आयोजन करता आ रहा है, लेकिन यह पहला अवसर है जब उन्हें एसडीएम ने संवाद के लिए बुलाया।
इसके अलावा टंडवा, बूढ़ीखांड़, लगमा, मझिआंव, सहीजना, नारायणपुर, बानोटिकर और ओबरा की समितियों ने भी अपनी–अपनी समस्याएं रखीं।
प्रशासन की ओर से आश्वासन
नगर पंचायत मझिआंव के कार्यपालक पदाधिकारी शैलेश कुमार ने बताया कि इस बार स्वच्छ पूजा पंडाल प्रतियोगिता कराई जाएगी और हेल्पलाइन नंबर भी जल्द जारी होगा। थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक सुनील तिवारी ने समितियों से अपील की कि वे अपने स्तर से स्वयंसेवक नियुक्त करें ताकि बेहतर प्रबंधन हो सके।
एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि सभी सुझावों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने समितियों से अपील की कि वे अपने पंडालों में अग्निशमन उपकरण और सीसीटीवी कैमरे भी लगाएं।



न्यूज़ देखो: संवाद से बढ़ा विश्वास, सुरक्षित महापर्व की नींव
“कॉफ़ी विद एसडीएम” जैसा संवाद कार्यक्रम प्रशासन और जनता के बीच विश्वास को मजबूत करता है। इस बार दुर्गा पूजा केवल आस्था का पर्व नहीं, बल्कि सामाजिक सौहार्द्र और सहयोग की मिसाल बनेगा। प्रशासन और समितियों की साझेदारी से गढ़वा में एक स्वच्छ, सुरक्षित और व्यवस्थित महापर्व का आयोजन संभव होगा।
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सजग नागरिक बनें, पर्व को बनाएं यादगार
दुर्गा पूजा केवल भक्ति और उल्लास का अवसर नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी का भी पर्व है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि प्रशासन का सहयोग करें और स्वच्छता–सुरक्षा में योगदान दें। अब समय है कि हम सब मिलकर इस महापर्व को शांतिपूर्ण और प्रेरणादायी बनाएं। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को अधिक से अधिक साझा करें ताकि जागरूकता फैले।