
#गढ़वा #मिलावटमुक्तत्योहार : रक्षाबंधन से पहले मिठाई दुकानदारों को बड़ा संदेश — “मिठाई में ईमानदारी की महक ही असली स्वाद”
- एसडीएम संजय कुमार ने कहा: त्योहारों पर मिलावट-मुक्त मिठाई बिके।
- सभी दुकानदारों ने शपथ ली — “शुद्ध मिठाई ही बनाएंगे”।
- बिना लाइसेंस अस्थायी दुकानों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश।
- खाद्य सुरक्षा विभाग करेगा नमूना जांच और निगरानी।
- बरसात में जलजनित रोगों से बचाव के लिए साफ पानी का उपयोग जरूरी।
- लोकल ब्रांड प्रमोट करने और ईमानदार दुकानदारों को सम्मानित करने का सुझाव।
संवाद में उठा सबसे अहम मुद्दा: मिलावट रोकना जरूरी
बुधवार को आयोजित कॉफी विद एसडीएम कार्यक्रम में गढ़वा के प्रमुख मिष्ठान विक्रेता शामिल हुए। इस दौरान एसडीएम संजय कुमार ने साफ कहा कि रक्षाबंधन, जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस जैसे बड़े त्योहारों के समय मिठाइयों की मांग बढ़ती है। ऐसे में मिलावटखोरी का खतरा भी बढ़ जाता है। उन्होंने कहा:
संजय कुमार, एसडीएम गढ़वा: “मिठाई सिर्फ स्वाद का विषय नहीं है, यह जन-स्वास्थ्य का भी विषय है। मिलावट रोकना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
दुकानदारों की समस्याएं और एसडीएम का जवाब
मौके पर कई दुकानदारों ने अपनी परेशानियां साझा कीं। प्रवीण जायसवाल, सुरेश कुमार और पंकज पटेल ने कहा कि बाजार में कम कीमत पर बिकने वाली नकली मिठाइयां असली दुकानदारों के लिए चुनौती हैं। इस पर एसडीएम ने फूड सेफ्टी अफसर को आदेश दिया कि रक्षाबंधन के दौरान बिना लाइसेंस मिठाई बेचने वालों पर अभियान चलाकर कार्रवाई करें और उनका सामान जब्त करें।
बरसात में संक्रमण का खतरा
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अंजना रानी मिंज ने कहा कि बरसात में टाइफाइड जैसी बीमारियां फैलने का खतरा अधिक रहता है। इसलिए मिठाई बनाने में उबला या शुद्ध पानी का उपयोग करें, और कुकिंग स्टाफ की नियमित स्वास्थ्य जांच कराते रहें।
मिलावट करना पाप है, ईमानदारी का फल मीठा
एसडीएम संजय कुमार ने भावुक अपील करते हुए कहा:
संजय कुमार: “जब आप मिलावट-मुक्त मिठाई बनाते हैं, तो आप सिर्फ मिठाई ही नहीं दे रहे होते, बल्कि लोगों के दिलों में भरोसा भी जगाते हैं। शुद्ध मिठाई की खुशबू असल में आपकी ईमानदारी की महक होती है।”
उन्होंने कहा कि मिलावट कर पैसा कमाना आसान है, पर यह रास्ता पाप और धोखे का है, जबकि ईमानदारी की राह कठिन जरूर है, लेकिन उसका फल पीढ़ियों तक मिलता है।
मिलावट-मुक्त मिठाई की शपथ
कार्यक्रम के अंत में सभी मिष्ठान दुकानदारों ने शपथ ली कि वे मिलावट नहीं करेंगे, शुद्ध मिठाई बनाएंगे और ग्राहकों का भरोसा कायम रखेंगे। शपथ के शब्द थे:
“हम अपने शहर, अपने ग्राहकों और अपने समाज के लिए यह वचन लेते हैं कि हम शुद्ध मिठाई ही बनाएंगे। हमें गर्व है अपने काम पर, अपने हुनर पर और अपने नैतिक मूल्यों पर।”
गुणवत्ता बढ़ाने और लोकल ब्रांड प्रमोट करने का आह्वान
एसडीएम ने कहा कि गढ़वा को भी अपनी लोकल ब्रांड मिठाई बनानी चाहिए। साथ ही उन्होंने खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी को सुझाव दिया कि जिन दुकानदारों के नमूने कभी फेल न हुए हों, उन्हें सम्मानित किया जाए, ताकि वे बाकी लोगों के लिए प्रेरणा बनें।



न्यूज़ देखो: ईमानदारी की मिठास, मिलावट पर सख्त पहरा
गढ़वा प्रशासन का यह कदम न केवल त्योहारों की मिठास को सुरक्षित रखने का प्रयास है, बल्कि जनता के स्वास्थ्य के प्रति सजगता का उदाहरण भी है। ऐसे अभियानों से ही जन-विश्वास और पारदर्शिता कायम हो सकती है।
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मिलावट पर नज़र, त्योहारों में मिठास — आपकी राय क्या है?
त्योहारों का असली स्वाद ईमानदारी और शुद्धता से आता है। आप भी इस पहल को आगे बढ़ाएं, अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और अपने परिचितों तक संदेश पहुँचाएं — ताकि हर मिठाई में सिर्फ मिठास हो, मिलावट नहीं।