Site icon News देखो

कॉलेज परिसर बना तालाब! जनता शिवरात्रि महाविद्यालय में जलजमाव से छात्र परेशान

#मेदिनीनगर #कॉलेजसमस्या : जनता शिवरात्रि महाविद्यालय परिसर में जलजमाव से छात्र बेहाल — प्रशासन पर लापरवाही के आरोप

शिक्षा की जगह परेशानी: जलजमाव से जूझते छात्र

पलामू प्रमंडल के नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय से संबद्ध जनता शिवरात्रि महाविद्यालय, मेदिनीनगर इन दिनों एक नई समस्या से जूझ रहा है। कॉलेज परिसर में भारी जलजमाव ने शिक्षा के मंदिर को एक अस्थायी तालाब में बदल दिया है, जिससे छात्र-छात्राओं का आना-जाना मुश्किल हो गया है। कीचड़ और फिसलन के बीच छात्रों को खुद को संभालते हुए क्लास तक पहुंचना पड़ता है।

छात्र नेताओं की नाराजगी, सुरक्षा पर सवाल

छात्र नेता राणा हिमांशु सिंह ने कॉलेज प्रशासन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा:

राणा हिमांशु सिंह: “कॉलेज के प्राचार्य को इस विषय में तत्काल संज्ञान लेना चाहिए। जलजमाव के कारण विद्यार्थियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कॉलेज में डस्ट या मोरम डलवाकर रास्ते को दुरुस्त किया जाना चाहिए, ताकि विद्यार्थियों को सुरक्षित और सहज आवागमन मिल सके।”

उन्होंने यह भी कहा कि यह स्थिति यह दर्शाती है कि कॉलेज की बुनियादी सुविधाएं आज भी उपेक्षित हैं। शिक्षण संस्थानों में यदि ऐसे हालात बने रहें, तो छात्रों की पढ़ाई और सुरक्षा दोनों खतरे में पड़ जाती हैं।

क्या है समस्या की जड़?

कॉलेज परिसर में उचित जल निकासी व्यवस्था का अभाव और बरसात में लगातार पानी भरने की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। बावजूद इसके, प्रशासन की ओर से अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है। यह स्थिति आने वाले बरसाती मौसम में और भयावह हो सकती है, जिसका सीधा असर शिक्षण कार्य पर पड़ेगा।

समाधान के लिए दबाव, कार्रवाई का इंतजार

छात्र नेता ने प्रशासन को चेताया है कि अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो कुलपति को लिखित शिकायत की जाएगी। फिलहाल महाविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को केवल आश्वासन दिया है कि इस विषय पर जल्द कार्यवाही की जाएगी, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस पहल नहीं हुई है।

जनप्रतिनिधियों से अपील, छात्रों की मांग

कॉलेज से जुड़े छात्र और अभिभावक स्थानीय जनप्रतिनिधियों और विश्वविद्यालय प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं।

न्यूज़ देखो: शिक्षा व्यवस्था में बुनियादी लापरवाही की तस्वीर

कॉलेज जैसे उच्च शिक्षा संस्थान में अगर छात्रों को हर रोज जलजमाव और कीचड़ के बीच से गुजरना पड़े, तो यह पूरे सिस्टम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। न तो नालियों की व्यवस्था है, न ही अस्थायी समाधान के संकेत। यह खबर हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हमारी शिक्षा व्यवस्था केवल पाठ्यक्रमों तक सीमित रह गई है?

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

आपकी आवाज़, बदलाव की शुरुआत

अगर आपके आसपास भी ऐसे कोई संस्थान या कार्यालय हैं जहां इस तरह की बुनियादी समस्याएं बनी हुई हैं, तो उन्हें उजागर करना ही बदलाव की पहली सीढ़ी है। इस खबर को साझा करें और टिप्पणी करके अपनी राय ज़रूर दें। हो सकता है आपकी आवाज़ किसी के लिए राहत का कारण बन जाए।

Exit mobile version