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जैन मध्य विद्यालय में रंग-बिरंगी रंगोली ने सजाया स्कूल, बच्चों ने दिखाई कला और टीम भावना

#गिरिडीह #विद्यालय : दीपावली और छठ की छुट्टियों से पहले बच्चों ने रंगोली और सजावट के जरिए कलात्मकता और उत्साह का परिचय दिया

आज पारसनाथ दिगंबर जैन मध्य विद्यालय में दीपावली और छठ की छुट्टियों से पहले स्कूल में हर्षोल्लास का माहौल रहा। छात्रों ने रंग-बिरंगी रंगोली बनाकर अपनी कला और रचनात्मक क्षमता का प्रदर्शन किया। इसके साथ ही सभी कक्षाओं को सजाया गया और विद्यालय परिसर की साफ-सफाई भी की गई, जिससे पूरे स्कूल में उत्सव का माहौल बन गया।

रंगोली और सजावट से बढ़ा उत्साह

विद्यार्थियों ने रंगोली बनाते समय विभिन्न रंगों और डिज़ाइनों का प्रयोग किया, जिससे विद्यालय का वातावरण और भी आकर्षक बन गया। छात्रों ने मिलकर काम किया और इस आयोजन ने टीम भावना और सहयोग की भावना को भी मजबूत किया।

प्रधानाध्यापक ने कहा: “सभी विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन किया है, उनकी सहभागिता और रचनात्मकता के लिए हम उन्हें बधाई देते हैं। दीपावली और छठ पर्व की शुभकामनाएं।”

शिक्षकों की मौजूदगी और मार्गदर्शन

कार्यक्रम में शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी ने बच्चों को उत्साहित किया। नेम कुमार जैन, अशोक कुमार सिन्हा, राजेश कुमार ठाकुर, अंकित जैन, महेश साव, शक्ति प्रसाद महतो, महेश कुमार, जितेंद्र प्रसाद, बिनोद कुमार तथा निकी कुमारी, ममता कुमारी, मनोरमा कुमारी ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया और उन्हें प्रेरित किया।

छात्र-छात्राओं का अनुभव

छात्र-छात्राओं ने बताया कि इस तरह के आयोजन न केवल कला और रचनात्मकता को बढ़ावा देते हैं, बल्कि उन्हें भारतीय परंपरा और त्योहारों का महत्व भी समझाते हैं। सभी ने मिलकर रंगोली बनाई और अपने कक्षा कक्ष को सजाया, जिससे विद्यालय में खुशी और उल्लास का माहौल बना।

न्यूज़ देखो: विद्यालयों में रचनात्मक गतिविधियां बच्चों के सर्वांगीण विकास की कुंजी

यह कार्यक्रम दर्शाता है कि स्कूली बच्चों में कला, टीम भावना और पारंपरिक मूल्यों का विकास किस प्रकार किया जा सकता है। शिक्षकों और विद्यालय प्रबंधन की सक्रिय भागीदारी ने बच्चों को प्रेरित किया और उत्साह बढ़ाया।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

बच्चों में उत्साह और परंपरा का संचार

विद्यालयों में इस तरह के रचनात्मक आयोजन बच्चों की प्रतिभा और सहयोग की भावना को निखारते हैं। आप भी बच्चों के प्रयासों की सराहना करें, उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा दें और अपने अनुभव साझा करें। दीपावली और छठ के इस पर्व पर बच्चों के साथ उत्सव मनाएं और उनकी कला का आनंद लें।

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