
#सिमडेगा #फूड_सेफ्टी : शहर के स्ट्रीट फूड वेंडर्स को स्वच्छता, सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों पर FoSTaC के तहत दिया गया व्यापक प्रशिक्षण—50 से अधिक वेंडर्स हुए शामिल
- सिमडेगा में स्ट्रीट फूड वेंडर्स के लिए FoSTaC फूड सेफ्टी ट्रेनिंग का आयोजन किया गया।
- कार्यक्रम का नेतृत्व खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी प्रकाश चंद्र गुग्गी ने किया।
- शिव प्रजापति ने ट्रेनिंग संचालित करते हुए वेंडर्स को स्वच्छता और सुरक्षा के व्यवहारिक तरीके सिखाए।
- 50 से अधिक वेंडर्स ने एप्रन, मास्क, ग्लव्स, डस्टबिन उपयोग का डेमो सीखा।
- तंबाकू निषेध प्रशिक्षक राहुल कुमार ने तंबाकू उत्पादों के दुष्प्रभाव और कोटपा कानून की जानकारी दी।
- कार्यक्रम में मोतीलाल अग्रवाल, राहुल कुमार, प्रकाश चंद्र गुग्गी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
सिमडेगा शहर में शुक्रवार को स्ट्रीट फूड वेंडर्स के लिए एक महत्वपूर्ण फूड सेफ्टी ट्रेनिंग एवं सर्टिफिकेशन (FoSTaC) कार्यक्रम आयोजित किया गया। उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह के निर्देशानुसार और अभिहित अधिकारी–सह–अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम संचालित हुआ। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शहर में बिकने वाले स्ट्रीट फूड की स्वच्छता, गुणवत्ता और स्वास्थ्य सुरक्षा को सुनिश्चित करना था। कार्यक्रम में 50 से अधिक वेंडर्स ने भाग लिया और खाद्य सुरक्षा के व्यावहारिक मानकों को समझा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रमुख बातें
शहर के स्ट्रीट फूड वेंडर्स को सुरक्षित और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने हेतु प्रशिक्षण की शुरुआत खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी प्रकाश चंद्र गुग्गी के नेतृत्व में हुई। प्रशिक्षण का संचालन खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त ट्रेनिंग पार्टनर शिक्षा एवं कल्याण समिति के प्रशिक्षक शिव प्रजापति ने किया।
व्यावहारिक प्रशिक्षण और डेमो
प्रशिक्षक ने अपने सत्र के दौरान वेंडर्स को बताया कि स्ट्रीट फूड केवल स्वाद का नहीं, बल्कि स्वच्छता का प्रतीक भी होना चाहिए।
उन्होंने ढक्कनयुक्त डस्टबिन, एप्रन, मास्क और ग्लव्स के प्रयोग का डेमो प्रस्तुत किया।
शिव प्रजापति ने कहा:
“फूड सेफ्टी का पहला कदम व्यक्तिगत स्वच्छता है। यदि वेंडर स्वच्छ रहेगा, तो भोजन भी सुरक्षित रहेगा।”
उन्होंने खाद्य सामग्री के सुरक्षित भंडारण, बर्तनों और उपकरणों की सफाई, कीटाणु नियंत्रण और नियमित निरीक्षण की विस्तृत प्रक्रिया समझाई। साथ ही वेंडर्स को बताया गया कि पेयजल की शुद्धता और खाद्य सामग्रियों की ताजगी सीधे उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य से जुड़ी होती है।
कानूनी प्रावधानों की विस्तृत जानकारी
कार्यक्रम में स्टॉल लगाने वाले वेंडर्स को खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 और नियमावली 2011 के आवश्यक प्रावधानों से अवगत कराया गया।
वेंडर्स को यह बताया गया कि खाद्य सुरक्षा नियमों का पालन न केवल कानूनी दृष्टिकोण से आवश्यक है, बल्कि यह उनके व्यवसाय की विश्वसनीयता को भी बढ़ाता है।
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी का संदेश
प्रकाश चंद्र गुग्गी ने उपस्थित वेंडर्स को संबोधित करते हुए कहा:
“यह प्रशिक्षण कार्यक्रम वेंडर्स की आजीविका और ग्राहकों के स्वास्थ्य दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। सुरक्षित भोजन बेचने से लोगों का विश्वास बढ़ता है और व्यवसाय भी प्रगति करता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में ऐसे प्रशिक्षण को और मजबूत तथा नियमित किया जाएगा ताकि सिमडेगा शहर खाद्य सुरक्षा के मामले में आदर्श जिले के रूप में स्थापित हो सके।
तंबाकू निषेध जागरूकता के साथ स्वास्थ्य का संदेश
कार्यक्रम के दौरान राहुल कुमार (FLC) ने तंबाकू और तंबाकू उत्पादों के दुष्प्रभावों पर विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि तंबाकू सेवन न केवल उपभोक्ताओं बल्कि फूड वेंडर्स के लिए भी बेहद हानिकारक है।
राहुल कुमार ने कहा:
“हमारा उद्देश्य लोगों को तंबाकू से होने वाली बीमारियों और कोटपा कानून के प्रावधानों के बारे में जागरूक करना है। सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू सेवन का निषेध सभी की जिम्मेदारी है।”
उन्होंने सभी वेंडर्स को प्रेरित किया कि वे अपने स्टॉल और दुकानों के आसपास तंबाकू सेवन को प्रतिबंधित रखें।
कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थित लोग
कार्यक्रम में निम्न अधिकारी व प्रतिनिधि उपस्थित रहे:
- प्रकाश चंद्र गुग्गी, खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी, सिमडेगा
- राहुल कुमार (FLC)
- मोतीलाल अग्रवाल, अध्यक्ष
- प्रशिक्षक शिव प्रजापति
- 50 से अधिक स्ट्रीट फूड वेंडर्स
सभी ने मिलकर प्रशिक्षण सत्र को सफल और प्रभावी बनाने में योगदान दिया।
न्यूज़ देखो: फूड सेफ्टी पर सिमडेगा की सशक्त पहल
यह कार्यक्रम दर्शाता है कि सिमडेगा प्रशासन नागरिकों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर और सजग है। स्ट्रीट फूड वेंडर्स को प्रशिक्षित करना न केवल उनके व्यवसाय को सुरक्षित बनाता है, बल्कि उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की रक्षा भी करता है। ऐसी पहलें शहर को स्वच्छ, स्वस्थ और जिम्मेदार बनाती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित भोजन, स्वस्थ समाज
स्वच्छता और सुरक्षा केवल नियम नहीं, बल्कि जीवनशैली की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। सिमडेगा के इस प्रयास ने दिखाया है कि जब प्रशासन, प्रशिक्षक और वेंडर्स मिलकर काम करें, तो शहर को स्वस्थ बनाना कठिन नहीं।
आइए हम सब मिलकर स्वस्थ भोजन और तंबाकू-मुक्त समाज की दिशा में कदम बढ़ाएँ।
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