
#गढ़वा #छठ_तैयारी : शंख नदी छठ सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने घाट और मार्ग निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर जताई चिंता, उपायुक्त से हस्तक्षेप की अपील की।
- 10 अक्टूबर को शंख नदी छठ सेवा संस्थान के पदाधिकारी पहुंचे छठ घाट का निरीक्षण करने।
- पथ निर्माण कार्य चार महीने से रुका हुआ, लगभग 1 किलोमीटर कालीकरण का कार्य शेष।
- आरईओ विभाग के कनिष्ठ अभियंता विपिन किंडो ने कहा – समतलीकरण दो-चार दिनों में शुरू होगा।
- भारी वर्षा से घाट पर मिट्टी का कटाव और गड्ढे बने, समतलीकरण व सफाई का कार्य शीघ्र शुरू होगा।
- संस्थान ने उपायुक्त से शीघ्र आवश्यक कार्रवाई की मांग की, ताकि व्रतधारियों को न हो असुविधा।
आज दिनांक 10 अक्टूबर को शंख नदी छठ सेवा संस्थान के पदाधिकारी छठ की तैयारी का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने घाट और वहां तक जाने वाले पथ का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि निर्माण कार्य लंबे समय से रुका हुआ है, जिससे व्रतधारियों और श्रद्धालुओं की सुविधा प्रभावित हो सकती है।
निर्माण कार्य चार महीने से ठप, कालीकरण अधूरा
संस्थान के सदस्यों ने बताया कि लगभग 1 किलोमीटर कालीकरण का कार्य बाकी है। ग्रेड वन और टू का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है, लेकिन भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर मेटल दब गया है, जिससे सड़क असमतल हो गई है। इस पर आरईओ विभाग के कनिष्ठ अभियंता श्री विपिन किंडो ने बताया कि समतलीकरण का कार्य दो-चार दिनों में शुरू कर दिया जाएगा।
विपिन किंडो ने कहा: “पथ का ग्रेडिंग और मेटल समतलीकरण कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।”
उन्होंने यह भी बताया कि 1 किलोमीटर पीसीसी कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन बारिश के कारण दोनों किनारों पर मिट्टी का कटाव हुआ है, जिसे दुरुस्त करने का कार्य भी जल्द प्रारंभ किया जाएगा।
घाट की स्थिति और पर्यावरणीय बाधाएं
संस्थान ने बताया कि संगम तट पर स्थित छठ घाट पर बारिश के कारण जगह-जगह मिट्टी जमा हो गई है और असमतलता बढ़ गई है। घाट तक जाने वाले पथ पर उगे पेड़ों की टहनियों की छंटाई की आवश्यकता है। सदस्यों ने कहा कि यह कार्य समय रहते नहीं होने पर व्रतधारियों और श्रद्धालुओं को आवागमन में कठिनाई होगी।
विभागीय लापरवाही पर जताई चिंता
सूत्रों के अनुसार, इस निर्माण कार्य का शिलान्यास फरवरी 2025 में विशेष प्रमंडल द्वारा किया गया था। लेकिन कुछ तकनीकी कारणों और विभागीय परिवर्तनों के चलते कार्य में देरी हो गई। संस्थान ने बताया कि विभागीय अधिकारियों से दो-तीन बार घाट की स्थिति पर चर्चा हो चुकी है, परंतु अब तक किसी भी ठोस कार्रवाई का परिणाम नहीं दिखा है।
संस्थान ने कहा कि यह स्थिति चिंताजनक है क्योंकि आस्था का सबसे बड़ा पर्व छठ मात्र दो सप्ताह दूर है।
उपायुक्त से शीघ्र कार्रवाई की अपील
संस्थान के सदस्यों ने उपायुक्त महोदया से निवेदन किया है कि संबंधित विभागों को निर्देशित किया जाए ताकि घाट का समतलीकरण, पथ का कालीकरण और सुरक्षा की व्यवस्था समय पर पूरी की जा सके। संस्थान ने कहा कि श्रद्धालुओं और व्रतधारियों के सुगम आवागमन के लिए यह आवश्यक है।
निरीक्षण के दौरान श्री विष्णु प्रसाद, फनी भूषण शाहा, प्रदीप केसरी, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, विनोद अग्रवाल, लाल शाह, राकेश सिंह, दीपक अग्रवाल, श्रद्धानंद बेसरा, अक्षय कुमार, अजय प्रसाद सहित कई सदस्य उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: समय पर तैयारी होगी तो निखरेगा आस्था का पर्व
शंख नदी छठ घाट की स्थिति यह दर्शाती है कि यदि विभाग समय रहते कार्य नहीं करेगा, तो श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। प्रशासन और संबंधित विभागों को अब तत्कालिक कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि आस्था का यह पर्व सुरक्षित, स्वच्छ और व्यवस्थित रूप से सम्पन्न हो।
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आस्था और प्रशासन दोनों का संगम
छठ केवल पर्व नहीं, यह व्यवस्था और संवेदनशीलता की परीक्षा भी है। अब समय है कि प्रशासनिक तत्परता और जनसहभागिता मिलकर इस परंपरा को सच्चे अर्थों में सफल बनाएं। आइए, हम सब मिलकर छठ घाटों की सफाई, सुरक्षा और तैयारी में सहयोग दें। अपनी राय साझा करें, इस खबर को आगे बढ़ाएं और आस्था के इस पर्व को गरिमा प्रदान करें।