
#मनिका #कांग्रेस : बड़काडीह पंचायत में नई कमेटी का गठन — संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने का संकल्प
- बड़काडीह पंचायत में कांग्रेस की नई पंचायत कमेटी का गठन।
- सरवर अंसारी बने पंचायत अध्यक्ष, सुरेश सिंह उपाध्यक्ष नियुक्त।
- पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए।
- उद्देश्य — राहुल गांधी, प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो और विधायक रामचंद्र सिंह को मजबूत करना।
- संगठन सृजन अभियान के तहत पंचायत स्तर पर कांग्रेस की पकड़ मजबूत करने की पहल।
कार्यक्रम में कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष दरोगी प्रसाद यादव, बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष विश्वनाथ पासवान, प्रखंड महासचिव संजय सिंह, प्रदेश प्रतिनिधि सदस्य कामेश्वर प्रसाद यादव, सेवादल अध्यक्ष वृन्द बिहारी यादव समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रखंड पर्यवेक्षक की देखरेख में बड़काडीह पंचायत में नई कमेटी का गठन किया गया, जिसमें सरवर अंसारी को पंचायत अध्यक्ष, सुरेश सिंह को उपाध्यक्ष, पपन खान व बसंती देवी को महासचिव, और गिरजा उरांव को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। मौके पर सभी नए पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए गए।
संगठन सृजन अभियान का मकसद
कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष दरोगी प्रसाद यादव ने कहा कि संगठन सृजन अभियान का मुख्य उद्देश्य पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हर पंचायत में मजबूत कमेटी का गठन करके कांग्रेस के राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व को मजबूत किया जाएगा। वहीं, बीससूत्री अध्यक्ष विश्वनाथ पासवान ने इसे सिर्फ एक कमेटी गठन नहीं बल्कि एक जन आंदोलन की शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर तक संगठन को सशक्त बनाना प्राथमिकता है, ताकि कांग्रेस की नीतियां और संदेश सीधे आम जनता तक पहुंचे।
न्यूज़ देखो: जमीनी संगठन की मजबूती की दिशा में ठोस कदम
कांग्रेस का यह कदम ग्रामीण स्तर पर संगठन को जीवंत करने और सक्रिय राजनीति में स्थानीय कार्यकर्ताओं की भागीदारी बढ़ाने का संकेत देता है। यदि ऐसे प्रयास लगातार होते रहे तो पार्टी की पकड़ गांव-गांव में मजबूत होगी और लोकतांत्रिक भागीदारी का दायरा और विस्तृत होगा। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
लोकतांत्रिक भागीदारी ही असली ताकत
गांव और पंचायत स्तर पर सक्रिय राजनीतिक संगठन न केवल पार्टी को मजबूत बनाते हैं, बल्कि स्थानीय मुद्दों के समाधान में भी अहम भूमिका निभाते हैं। पाठकों से अपील है कि इस खबर को साझा करें और अपने विचार कमेंट में जरूर लिखें, ताकि लोकतांत्रिक संवाद और भी मजबूत हो सके।