
#पलामू #रंगदारीसाजिश — झारखंड धार्मिक न्यास बोर्ड के सदस्य संजीव तिवारी ने प्रेस वार्ता में किया सनसनीखेज खुलासा
- JMM नेता संजीव तिवारी ने जताई जान को खतरे की आशंका, कहा- रंगदारी नहीं देने पर की जा रही है साजिश
- 5 लाख रुपये की मांग, स्कूल परिसर में गार्ड को धमकी देने पहुंचे असामाजिक तत्व
- सोशल मीडिया पर छवि धूमिल करने का आरोप, संतोष शर्मा पर मानहानिकारक पोस्ट लिखने का आरोप
- कामेश्वर अवध इंटरनेशनल स्कूल की रेकी, संगठित गिरोह की साजिश का अंदेशा
- SP और SDPO से लिखित शिकायत, साइबर क्राइम ऑफिस से भी त्वरित कार्रवाई की मांग
प्रेस वार्ता में JMM नेता का बड़ा आरोप
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता और झारखंड धार्मिक न्यास बोर्ड के सदस्य संजीव तिवारी ने चियांकी स्थित अपने स्कूल परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में हत्या की साजिश का सनसनीखेज आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व उन्हें निशाना बना रहे हैं और अगर समय रहते प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है।
5 लाख की रंगदारी मांगने की धमकी
संजीव तिवारी ने बताया कि कुछ अज्ञात लोग उनके स्कूल परिसर में आए और वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी को धमकी दी। उनसे कहा गया कि अगर वह 5 लाख रुपये की रंगदारी नहीं देते हैं, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने इसे एक चेतावनी भरा इशारा बताया और कहा कि यह उनकी जान को सीधे खतरे का संकेत है।
सोशल मीडिया पर छवि खराब करने की कोशिश
उन्होंने संतोष शर्मा नामक एक व्यक्ति पर आरोप लगाया कि वह लगातार फेसबुक पर उनकी छवि धूमिल करने के लिए झूठी और अपमानजनक पोस्ट कर रहा है। तिवारी के अनुसार, यह एक सोची-समझी साइबर बुलिंग और चरित्र हनन की साजिश है, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को गहरा आघात पहुंच रहा है।
स्कूल परिसर की रेकी और संगठनबद्ध धमकी
संजीव तिवारी ने बताया कि यह कोई सामान्य मामला नहीं है, बल्कि एक संगठित आपराधिक गिरोह उनके खिलाफ काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि संतोष शर्मा और उसके सहयोगी स्कूल की रेकी कर रहे हैं और यह दर्शाता है कि मामला गंभीर और योजनाबद्ध है।
पुलिस से सुरक्षा और कार्रवाई की मांग
इस पूरे मामले में संजीव तिवारी ने साइबर क्राइम यूनिट, एसपी ऋष्मा रमेशन और एसडीपीओ मणि भूषण को लिखित शिकायत सौंपी है। उन्होंने कहा कि उन्हें तत्काल सुरक्षा और दोषियों की गिरफ्तारी चाहिए। तिवारी ने यह भी कहा कि अगर ऐसे तत्वों को कानून का भय नहीं दिखाया गया, तो भविष्य में अन्य लोग भी इसी तरह की गतिविधियों को अंजाम देने की हिम्मत करेंगे।
न्यूज़ देखो: लोकतंत्र में डर की नहीं, सुरक्षा की जरूरत
संजीव तिवारी का बयान झारखंड की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करता है। जब एक राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ता खुद को असुरक्षित महसूस करता है, तो आम जनता की स्थिति क्या होगी?
न्यूज़ देखो लगातार इस मामले पर नज़र बनाए रखेगा, ताकि अपराधियों को सज़ा और पीड़ित को न्याय मिल सके। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
लोकतांत्रिक सुरक्षा हो सर्वोच्च प्राथमिकता
जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की सुरक्षा, सशक्त लोकतंत्र की नींव है। अपराधियों को राजनीतिक या प्रशासनिक संरक्षण नहीं मिलना चाहिए। आइए, हम सब मिलकर सच्चाई, न्याय और निर्भीकता के समाज की दिशा में काम करें।
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