
#रांची #दुर्गापूजा : कारीगर दिन-रात जुटे, इस बार आकर्षक थीम पर तैयार होगा पंडाल
- रांची के रातू रोड दुर्गा मंदिर के पास आरआर स्पोर्टिंग क्लब ने पंडाल निर्माण शुरू किया।
- इस वर्ष पंडाल को विशेष आकर्षक थीम पर सजाया जाएगा।
- सैकड़ों कारीगर दिन-रात निर्माण और सजावट के काम में जुटे हैं।
- पंडाल में रोशनी, कलात्मक शिल्प और सजावट श्रद्धालुओं का आकर्षण बढ़ाएंगे।
- पूजा के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन-कीर्तन भी आयोजित होंगे।
राजधानी रांची में दुर्गा पूजा की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं। रातू रोड दुर्गा मंदिर के समीप आरआर स्पोर्टिंग क्लब की ओर से भव्य पंडाल निर्माण का कार्य विधिवत प्रारंभ कर दिया गया है। क्लब पदाधिकारियों के अनुसार इस वर्ष का पंडाल एक अलग और आकर्षक थीम पर आधारित होगा, जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह चरम पर है।
थीम और कारीगरी का विशेष आकर्षण
पंडाल निर्माण में सैकड़ों कारीगर दिन-रात काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यहां भव्य सजावट, आधुनिक रोशनी और कलात्मक शिल्पकला का अनोखा संगम देखने को मिलेगा। समिति ने दावा किया है कि इस बार का पंडाल रांची के प्रमुख आकर्षणों में शामिल होगा।
श्रद्धालुओं का उत्साह
स्थानीय लोगों में पूजा को लेकर गहरी उत्सुकता है। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी निर्माण कार्य को देखने के लिए मंदिर परिसर पहुंच रहे हैं। हर कोई दुर्गा महोत्सव के आगमन का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारी
आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि पूजा के अवसर पर भव्य पंडाल के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों, भजन-कीर्तन और सामाजिक संदेशों से जुड़े आयोजन भी किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के जरिए न केवल धार्मिक माहौल बनेगा बल्कि सामाजिक एकता और सद्भाव का संदेश भी प्रसारित होगा।
सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर जोर
पंडाल में उमड़ने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए क्लब ने सुरक्षा और सुविधाओं की विशेष तैयारी की है। समिति ने बताया कि भीड़ प्रबंधन के लिए स्वयंसेवकों की तैनाती की जाएगी। वहीं यातायात और अन्य व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन से सहयोग लिया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की कठिनाई न हो।

न्यूज़ देखो: सांस्कृतिक आस्था और सामाजिक एकता का संगम
रांची में दुर्गा पूजा केवल धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक भी है। आरआर स्पोर्टिंग क्लब का यह भव्य पंडाल एक ओर श्रद्धालुओं की आस्था को जोड़ता है, वहीं दूसरी ओर सामूहिक सहभागिता और समाजिक सद्भाव का संदेश भी देता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मिलकर मनाएँ उत्सव, फैलाएँ खुशी
दुर्गा पूजा न सिर्फ त्योहार है बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे का अवसर भी है। आइए इस बार हम सब मिलकर इसे और भव्य व सुरक्षित बनाएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर कर लोगों को उत्सव की तैयारी से जोड़ें।