
#उंटारीरोड #सरकारीशिविर : पंचायत सचिवालय में आयोजित विशेष शिविर में सैकड़ों लाभुक पहुंचे और विभिन्न विभागों की सेवाओं का ऑन-द-स्पॉट लाभ लिया
- करकटा पंचायत सचिवालय में सेवा अधिकार सप्ताह के तहत बड़ा शिविर आयोजित हुआ।
- कार्यक्रम का उद्घाटन बीडीओ श्रवण कुमार भगत, मुखिया कमला देवी, अशोक कुमार सिंह, बीपीओ शहाबुद्दीन ने संयुक्त रूप से किया।
- मनरेगा, पेंशन, राशन कार्ड, स्वास्थ्य बीमा, राजस्व, शिक्षा, कृषि सहित सभी विभागों के स्टॉल स्थापित किए गए।
- 7 नए मनरेगा जॉब कार्ड निर्गत और 35 जॉब कार्ड नवीनीकृत किए गए।
- आय, जाति, स्थानीय प्रमाण पत्र, नया राशन कार्ड आदि के लिए सैकड़ों आवेदन संग्रह किए गए।
- शिविर में प्रखंड सहायक उमेश कुमार यादव, पंचायत सचिव अनुज पासवान, रोजगार सेवक पंकज कुमार सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
उंटारी रोड प्रखंड के करकटा पंचायत सचिवालय में बुधवार को सेवा अधिकार सप्ताह के तहत आयोजित शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। पंचायत मुखिया कमला देवी की अध्यक्षता में आयोजित इस शिविर का उद्घाटन बीडीओ श्रवण कुमार भगत, मुखिया कमला देवी, कांग्रेस 20 सूत्री अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह और बीपीओ शहाबुद्दीन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। शिविर में विभिन्न विभागों के स्टॉल लगाए गए, जहां जरूरतमंदों से आवेदन लिए गए और कई कार्यों का वहीं निपटारा किया गया। मनरेगा, पेंशन, प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, स्वास्थ्य बीमा और राजस्व से जुड़े मामलों में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी।
शिविर का उद्देश्य और प्रशासन की पहल
बीडीओ श्रवण कुमार भगत ने कहा कि सरकार की सभी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, यही सेवा अधिकार सप्ताह का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित करना इस अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे लोगों को सभी विभागों की सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकें। उन्होंने ग्रामीण विकास, मनरेगा, कल्याण, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, राजस्व, आपूर्ति विभाग और अबुआ स्वास्थ्य बीमा योजना सहित सभी योजनाओं की जानकारी दी।
बीडीओ श्रवण कुमार भगत ने कहा: “सरकारी योजनाएं तभी सफल होंगी जब हर जरूरतमंद व्यक्ति तक इनका लाभ सही समय पर पहुंचे। शिविर इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए आयोजित किया गया है।”
शिविर में मिले लाभ और किए गए कार्य
शिविर में सात नए मनरेगा मजदूरों के नाम जॉब कार्ड निर्गत किए गए, जबकि 35 जॉब कार्डों का नवीनीकरण किया गया। इसी के साथ आय, जाति, स्थानीय, जन्म प्रमाण पत्र, नया राशन कार्ड, पेंशन और अन्य योजनाओं के लिए आवेदन भी भरे गए। सभी विभागों के कर्मियों ने ऑन-द-spot आवेदन संग्रह कर ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी की। कई ग्रामीणों ने भूमि संबंधी कार्यों के लिए भी आवेदन दिया।
कांग्रेस 20 सूत्री अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने भी लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि राजस्व संबंधी कार्य नियमित रूप से अंचल कार्यालय में किए जा रहे हैं, और अब लोगों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।
अशोक कुमार सिंह ने कहा: “भूमि, म्यूटेशन, रसीद या किसी भी राजस्व कार्य के लिए लोग सीधे कर्मचारी से मिलें—सब कार्य समय पर निष्पादित किए जा रहे हैं।”
मुखिया कमला देवी की सक्रिय भूमिका
करकटा पंचायत की मुखिया कमला देवी पूरे कार्यक्रम में सक्रिय रूप से शामिल रहीं। उन्होंने महिलाओं, वृद्धों और दिव्यांग लाभुकों की समस्याओं को ध्यान से सुना और संबंधित अधिकारियों को तत्काल समाधान का निर्देश दिया। मुखिया ने कहा कि पंचायत स्तर पर आयोजित ऐसे शिविर लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी हैं क्योंकि कई ग्रामीण दूरी, जानकारी के अभाव और संसाधनों की कमी के कारण प्रखंड कार्यालय नहीं पहुंच पाते।
मुखिया कमला देवी ने कहा: “हमारा लक्ष्य है कि करकटा पंचायत का कोई भी परिवार योजनाओं से वंचित न रहे। हर व्यक्ति को उसका अधिकार दिलाना ही हमारा संकल्प है।”
ग्रामीणों की सहभागिता और सकारात्मक प्रतिक्रिया
शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति से स्पष्ट हुआ कि लोगों को ऐसी पहल की अपेक्षा लंबे समय से थी। कई ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें प्रमाण पत्र और राशन कार्ड आवेदन के लिए दूर प्रखंड कार्यालय जाना पड़ता था, जबकि अब पंचायत में ही सुविधा मिलने से उनका समय और खर्च दोनों बचा।
ग्रामीणों ने बीडीओ, मुखिया और सभी अधिकारियों के प्रयास की सराहना की और उम्मीद जताई कि ऐसे शिविर नियमित अंतराल पर आयोजित होते रहें।

न्यूज़ देखो: सेवा अधिकार शिविर ग्रामीणों के लिए उम्मीद का केंद्र
यह शिविर बताता है कि जब प्रशासन और पंचायत एक साथ काम करें, तो सरकारी योजनाएं वास्तव में जनता तक पहुंचती हैं। करकटा पंचायत में आयोजित यह कार्यक्रम स्थानीय शासन की सक्रियता और जिम्मेदारी का उदाहरण है, जिसने सैकड़ों ग्रामीणों को राहत दी। ऐसे शिविर लगातार जारी रहे तो पारदर्शिता और सुशासन की दिशा में बड़ी प्रगति होगी।
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अधिकार जागरूकता से बदलेगी तस्वीर
ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ तभी मिलेगा, जब वे जागरूक हों और प्रशासन जवाबदेह। करकटा का यह शिविर इसी जागरूकता का मार्ग प्रशस्त करता है, जहां लोगों को न केवल योजनाओं की जानकारी मिली, बल्कि उन्हें उनका अधिकार भी प्राप्त हुआ।
अब समय है कि हम सभी अपने पंचायत स्तर पर होने वाले ऐसे कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।
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