
#बेतला #पर्यटन : रविवार की छुट्टी और पर्यटन सीजन के कारण पार्क व आसपास के स्थलों पर सैलानियों की भारी आवाजाही
- बेतला में रविवार को सैलानियों की काफी भीड़ देखी गई।
- मेदिनीनगर, गढ़वा, जपला, बरवाडीह समेत कई क्षेत्रों से पर्यटक पहुंचे।
- स्कूलों और संस्थानों के बच्चों ने बेतला और आसपास के स्थलों का भ्रमण किया।
- पर्यटकों ने पलामू किला, कमलदह झील, केचकी संगम का आनंद लिया।
- पर्यटन अधिकारी विवेक तिवारी ने नवंबर को पर्यटन सीजन बताया।
- रविवार की छुट्टी से पर्यटक संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई।
रविवार को बेतला में सुबह से ही पर्यटकों की रौनक दिखाई दी। आसपास के जिलों से आए पर्यटकों और स्कूलों के बच्चों ने बेतला नेशनल पार्क का नैसर्गिक सौंदर्य नजदीक से देखा। पार्क के प्रवेश द्वार से लेकर आंतरिक मार्गों तक सैलानियों की आवाजाही बनी रही। पलामू का प्रसिद्ध ऐतिहासिक किला, कमलदह झील और केचकी संगम जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर भी पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली। नवंबर में पर्यटन सीजन और रविवार के अवकाश ने इस भीड़ को और बढ़ा दिया।
पर्यटन स्थलों पर बच्चों की उमंग
रविवार के दिन कई स्कूलों और संस्थानों के बच्चे बेतला पहुंचे। नैसर्गिक वनों, वन्यजीवों और शांत वातावरण से रूबरू होकर बच्चों ने उत्साहपूर्वक फोटोग्राफी की और विभिन्न स्थलों का भ्रमण किया। शिक्षकों ने भी इस अवसर का उपयोग बच्चों को स्थानीय इतिहास और पर्यावरण के महत्व से परिचित कराने में किया।
पलामू किला, कमलदह झील और केचकी संगम में बढ़ी रौनक
बेतला पहुंचने वाले अधिकांश सैलानी पलामू के ऐतिहासिक स्थलों तक भी गए।
पलामू किला, जो अपनी प्राचीनता और स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है, पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण रहा।
कमलदह झील ने अपने शांत वातावरण से आगंतुकों को मोह लिया, वहीं केचकी संगम में प्रकृति का अनूठा संगम देखने को मिला।
पर्यटन अधिकारी ने बताया भीड़ का कारण
पर्यटन अधिकारी विवेक तिवारी ने कहा कि
“नवंबर माह पर्यटन सीजन होता है। मौसम सुहावना होने और रविवार की छुट्टी के कारण आज बेतला में पर्यटकों की भीड़ अधिक रही।”
उनके अनुसार आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या और बढ़ सकती है।

न्यूज़ देखो: पर्यटन को गति देती बेतला की लोकप्रियता
बेतला नेशनल पार्क और उसके आसपास के पर्यटन स्थल झारखंड की प्राकृतिक धरोहर हैं। रविवार की भीड़ यह दर्शाती है कि पलामू का पर्यटन लगातार लोकप्रिय हो रहा है। प्रशासन और स्थानीय संगठनों को चाहिए कि सुविधा और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करें, ताकि पर्यटक अनुभव बेहतर हो।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
प्रकृति सहेजें, पर्यटन बढ़ाएं
बेतला जैसी प्राकृतिक संपदाएँ पूरे क्षेत्र की पहचान हैं। पर्यटन बढ़ने के साथ इन स्थलों की स्वच्छता और सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हम सभी की है। आइए, प्रकृति को संरक्षित रखने का संकल्प लें और जागरूक पर्यटन को बढ़ावा दें।
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