#हुसैनाबाद #दीपावलीपर्व : मुख्य अतिथि डॉ. संतोष कुमार रांजवशी ने किया उद्घाटन
- मुख्य अतिथि डॉ. संतोष कुमार रांजवशी ने फीता काटकर किया उद्घाटन।
- दीपावली पर्व पर गांव में हुआ भव्य सांस्कृतिक आयोजन।
- सांस्कृतिक समिति के सदस्यों को अंगवस्त्र देकर किया गया सम्मानित।
- डॉ. रांजवशी बोले – दीपावली सुख, समृद्धि और शांति का प्रतीक है।
- सैकड़ों ग्रामीणों ने गीत, नृत्य और भजन के कार्यक्रमों का आनंद लिया।
हुसैनाबाद/पलामू: दीपावली के अवसर पर हुसैनाबाद अंचल के अंतर्गत सहियारा गांव में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन गांव की सांस्कृतिक समिति द्वारा किया गया जिसमें दीपों की जगमगाहट और संगीत की धुनों से पूरा परिसर जीवंत हो उठा। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि उत्तरी जिला परिषद के भावी प्रत्याशी डॉ. संतोष कुमार रांजवशी ने फीता काटकर किया।
दीपावली पर्व पर सहियारा में उमड़ा उल्लास
दीपावली की संध्या पर गांव के युवाओं और महिलाओं ने मिलकर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से वातावरण को उत्सवमय बना दिया। कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद मंच से संबोधित करते हुए डॉ. संतोष कुमार रांजवशी ने कहा कि दीपावली केवल दीपों का पर्व नहीं बल्कि यह हमारे भीतर अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि समाज की उन्नति के लिए एकता और सहयोग की भावना आवश्यक है, और ऐसे आयोजन इसी भावना को जीवित रखते हैं।
डॉ. संतोष कुमार रांजवशी ने कहा: “दीपावली का पर्व सुख, समृद्धि और शांति का प्रतीक है। यह समय है जब हम सभी मिलकर समाज में प्रेम, सहयोग और एकता का संदेश दें।”
समिति के सदस्यों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा समिति के सदस्यों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने समिति के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जिस समर्पण और टीम भावना से यह आयोजन संभव हुआ है, वह अनुकरणीय है। उन्होंने क्षेत्रवासियों को लक्ष्मी पूजा की शुभकामनाएं दीं और यह भी कहा कि हर सामाजिक कार्यक्रम में वे सदैव सहयोग करने को तत्पर रहेंगे।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां
कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों ने पारंपरिक गीत, भजन और नृत्य प्रस्तुत किए। बच्चों की मनमोहक प्रस्तुतियों और महिलाओं के सामूहिक नृत्य ने कार्यक्रम को खास बना दिया। मंच से देशभक्ति गीतों और लोक नृत्य ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। पूरा सहियारा गांव दीपों से जगमगा उठा और वातावरण में उत्सव का उल्लास छा गया।
ग्रामीणों की भारी भागीदारी
इस अवसर पर क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीण एकत्रित हुए। उपस्थित गण्यमान्य व्यक्तियों में जितेंद्र रजवार, प्रभु रजवार, डॉ. जगरनाथ रजवार, शंभु रजवार, कृष्णा रजवार, मलू रजवार, शिवअवध, योगेंद्र रजवार, समिति अध्यक्ष गोलू कुमार, सचिव हरेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष अभय कुमार, तथा करण कुमार, प्रदीप कुमार, प्रेमानंद कुमार, दिवाकर कुमार, चंदन कुमार, सोनू कुमार, उदल, शैलेंद्र, छोटू, ललन, कमलेश, पंकज, नन्दलाल सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे। सभी ने सामूहिक रूप से दीप जलाकर गांव में सौहार्द और उत्साह का वातावरण बनाया।
समाजिक एकता का प्रतीक
कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि सांस्कृतिक आयोजन समाज को जोड़ने का माध्यम हैं। दीपावली जैसे पर्व जब सामूहिक रूप से मनाए जाते हैं, तो वे न केवल परंपराओं को जीवित रखते हैं बल्कि आने वाली पीढ़ियों में सांस्कृतिक चेतना भी जाग्रत करते हैं। सहियारा गांव का यह आयोजन पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणादायक मिसाल बन गया।
न्यूज़ देखो: संस्कृति और सहभागिता से रोशन हुआ सहियारा
सहियारा गांव में दीपावली के अवसर पर हुआ यह सांस्कृतिक कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि साझी संस्कृति और सामुदायिक एकजुटता ही समाज को मजबूत बनाती है। जब ग्रामीण स्वयं अपने संसाधनों से ऐसे आयोजन करते हैं, तो यह आत्मनिर्भरता और सामाजिक समरसता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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दीपों की रोशनी में जगमगाए संस्कार और एकता
दीपावली का यह पर्व केवल घरों को ही नहीं, दिलों को भी रोशन करता है। हमें इस अवसर पर यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपनी परंपराओं, संस्कृति और सामाजिक मूल्यों की रक्षा करेंगे। ऐसे कार्यक्रम समाज में प्रेम, एकता और सहयोग का संदेश फैलाते हैं।
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