
#पलामू #सांस्कृतिककार्यक्रम : दरुआ गांव में डिवाइन क्लब की पहल पर पांच साल बाद हुआ भव्य आयोजन, ग्रामीणों ने परंपरा और उत्साह से जोड़ा संबंध
- दरुआ गांव में पांच साल बाद हुआ भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम।
- मुखिया पूनम देवी ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ।
- डिवाइन क्लब अध्यक्ष सतपाल पाठक ने कहा संस्कृति और भाईचारा दोनों होते हैं मजबूत।
- अमर श्रीवास्तव के मंच संचालन ने कार्यक्रम को बनाया आकर्षक।
- बच्चों और युवाओं की लोकगीत और नृत्य प्रस्तुतियों ने बांधा समां।
- विशेष रूप से संतोष कुमार, लक्ष्मण पासवान, अरुण चंद्रवंशी समेत कई गणमान्य लोग रहे मौजूद।
पलामू जिले के पाण्डु प्रखंड के तीसीबार पंचायत अंतर्गत दरुआ गांव में पांच वर्षों के लंबे इंतजार के बाद सांस्कृतिक रंगत लौट आई। डिवाइन क्लब द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल ग्रामीणों की खुशियों को दोगुना किया बल्कि संस्कृति और परंपरा को भी जीवंत कर दिया। पूरे आयोजन का शुभारंभ पंचायत मुखिया पूनम देवी ने दीप प्रज्वलित कर किया।
मुखिया पूनम देवी ने जताई प्रसन्नता
मुखिया पूनम देवी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए इस आयोजन को गांव के लिए गौरव का क्षण बताया।
मुखिया पूनम देवी ने कहा: “यह पूरे गांव के लिए गर्व और हर्ष का क्षण है। माता रानी की कृपा और सभी ग्रामीणों के सहयोग से पांच साल बाद यह आयोजन सफलतापूर्वक हो रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रम समाज को जोड़ने और नई पीढ़ी को परंपरा से जोड़ने का माध्यम बनते हैं।”
उनकी बातें सुनकर ग्रामीणों के बीच उत्साह का माहौल और भी प्रबल हो गया।
डिवाइन क्लब की सराहनीय पहल
डिवाइन क्लब के अध्यक्ष सतपाल पाठक ने आयोजन की सफलता को युवाओं और ग्रामीणों की एकजुटता का परिणाम बताया।
सतपाल पाठक ने कहा: “इस कार्यक्रम की नींव क्लब के कुछ युवाओं ने डाली थी, और आज यह पूरे गांव की उपलब्धि बन चुकी है। ऐसे आयोजन से हमारी संस्कृति जीवंत होती है और गांव का भाईचारा भी मजबूत होता है।”
उनके संबोधन से स्पष्ट हुआ कि यह आयोजन आने वाले वर्षों में भी गांव की पहचान बन सकता है।
मंच संचालन और प्रस्तुतियों का जादू
पूरे कार्यक्रम का मंच संचालन अमर श्रीवास्तव ने कुशलतापूर्वक किया। उनके प्रभावशाली संचालन ने दर्शकों को बांधे रखा और कार्यक्रम की खूबसूरती को और निखार दिया।
बच्चों और युवाओं की ओर से प्रस्तुत लोकगीत, भक्ति गीत और नृत्य कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया। तालियों की गड़गड़ाहट और हर्षोल्लास से माहौल जीवंत हो उठा। ग्रामीणों ने कहा कि लंबे समय बाद गांव में ऐसा माहौल देखने को मिला है जिसने पुरानी यादों को ताजा कर दिया।
विशिष्ट लोगों की मौजूदगी
इस सांस्कृतिक महोत्सव में कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा को और बढ़ा दिया। मंच पर विशेष रूप से मुखिया पति संतोष कुमार, लक्ष्मण पासवान, अरुण चंद्रवंशी, शंभू लाल, गोपाल प्रसाद, सुमेर चौहान, रंजीत विश्वकर्मा सहित डिवाइन क्लब के सभी सदस्य मौजूद रहे। सभी ने कार्यक्रम की सफलता के लिए आयोजकों और ग्रामीणों का आभार जताया।
न्यूज़ देखो: संस्कृति से जुड़ा समाज ही रहता है जीवंत
दरुआ गांव में पांच साल बाद आयोजित इस कार्यक्रम ने यह सिद्ध किया कि संस्कृति और परंपरा को जीवित रखना समाज के लिए आवश्यक है। डिवाइन क्लब की पहल ने गांव को एक नई पहचान दी है और ग्रामीणों की एकजुटता को फिर से मजबूत किया है। ऐसे आयोजन समाज में भाईचारा और सकारात्मकता का संदेश देते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संस्कृति और परंपरा को आगे बढ़ाने का सामूहिक संकल्प
दरुआ का यह आयोजन केवल मनोरंजन नहीं बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव है। हमें ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि नई पीढ़ी अपनी जड़ों से जुड़ी रहे और गांव में भाईचारे की भावना मजबूत होती रहे। अब समय है कि हम सब इस सांस्कृतिक धरोहर को संजोने की जिम्मेदारी उठाएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को अपने मित्रों तक साझा करें ताकि और भी गांवों में ऐसे आयोजन प्रेरणा का स्रोत बनें।