
#देवघर #साइबरकार्रवाई : सरहैता जंगल में छापेमारी के दौरान सात साइबर अपराधकर्मी और एक किशोर पकड़ा गया।
- देवघर पुलिस, सरहैता जंगल, पाथरोल थाना क्षेत्र से सात साइबर अपराधी गिरफ्तार किए गए।
- एक विधि विरुद्ध किशोर को भी पुलिस ने निरुद्ध किया।
- छापेमारी एसपी सौरभ के निर्देश पर और डीएसपी राजा कुमार मित्रा के पर्यवेक्षण में हुई।
- पुलिस ने 14 मोबाइल फोन, 15 सिम कार्ड, 3 प्रतिबिंब सिम कार्ड जब्त किए।
- उमेश दास, मिथुन दास, विक्रम दास, गुड्डु दास, बरूण दास, बबलु दास, विजय दास गिरफ्तार अभियुक्तों में शामिल।
- जनवरी 2025 से अब तक 670 साइबर अपराधी देवघर पुलिस द्वारा पकड़े जा चुके हैं।
देवघर पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ चल रहे अभियान में एक और बड़ी सफलता हासिल की। पाथरोल थाना क्षेत्र के सरहैता जंगल में की गई इस विशेष छापेमारी में पुलिस ने सात आरोपियों और एक विधि विरुद्ध किशोर को पकड़ा। कार्रवाई एसपी सौरभ के निर्देश पर तथा डीएसपी राजा कुमार मित्रा के पर्यवेक्षण में की गई। पुलिस को मौके से बड़ी मात्रा में मोबाइल फोन, सिम कार्ड और प्रतिबिंब सिम कार्ड मिले, जो गिरोह की गतिविधियों का सीधा प्रमाण हैं। यह कार्रवाई जनवरी 2025 से जारी उस अभियान का हिस्सा है, जिसमें अब तक 670 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
सरहैता जंगल में विशेष छापेमारी
देवघर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पाथरोल थाना क्षेत्र के सरहैता जंगल में एक साइबर गैंग सक्रिय है और फर्जी कॉल तथा ठगी के जरिए विभिन्न राज्यों के लोगों से पैसा उड़ा रहा है। सूचना की पुष्टि होते ही विशेष टीम गठित की गई और डीएसपी राजा कुमार मित्रा के नेतृत्व में छापेमारी अभियान चलाया गया। टीम ने जंगल के भीतर एक ठिकाने को घेरकर सात साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक किशोर को विधि विरुद्ध गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर निरुद्ध किया गया।
गिरफ्तार साइबर अपराधियों की पहचान
पुलिस ने जिन सात आरोपियों को पकड़ा, उनके नाम इस प्रकार हैं:
उमेश कुमार दास, मिथुन दास, विक्रम कुमार दास, गुड्डु दास, बरूण दास, बबलु कुमार दास और विजय कुमार दास।
सभी आरोपी देवघर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों के निवासी हैं और लंबे समय से साइबर ठगी में संलिप्त बताए जाते हैं। पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है, जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
जब्त सामग्री से साइबर नेटवर्क का खुलासा
छापामारी के दौरान पुलिस ने कुल 14 मोबाइल फोन, 15 सिम कार्ड और 3 प्रतिबिंब सिम कार्ड जब्त किए। ये सभी डिवाइस साइबर ठगी के जरिए बैंकिंग, KYC अपडेट, लोन, क्रेडिट कार्ड और इनाम देने के झांसे में लोगों को फंसाने में उपयोग किए जाते थे। पुलिस इन उपकरणों की तकनीकी जांच कर रही है, जिससे कॉल रिकॉर्ड, व्हाट्सएप चैट, बैंकिंग एप और डिजिटल वॉलेट से जुड़े सुराग मिलने की संभावना है।
अभियान-2025: अब तक 670 साइबर अपराधी गिरफ्तार
देवघर पुलिस लगातार साइबर अपराध पर नियंत्रण के लिए अभियान चला रही है। इसी साल यानी जनवरी 2025 से अब तक 670 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर आपराधिक गतिविधियों के संचालन का संकेत देती है। देवघर, देवघर-गिरिडीह सीमा क्षेत्र, मधुपुर, महुआडांड़ और कई ग्रामीण हिस्सों में साइबर ठगी नेटवर्क सक्रिय थे, जिन पर पुलिस फोकस कर रही है।
उच्च अधिकारियों के दिशा-निर्देश में कार्रवाई
यह छापेमारी एसपी सौरभ के स्पष्ट निर्देश पर की गई। उन्होंने टीम को स्थानीय स्तर पर सक्रिय गिरोहों को समाप्त करने और नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने का आदेश दिया था। डीएसपी राजा कुमार मित्रा की प्रत्यक्ष निगरानी में हुई इस कार्रवाई ने एक और बड़े गिरोह को खत्म कर दिया।
एसपी सौरभ ने कहा: “देवघर पुलिस साइबर अपराध पर पूर्ण नियंत्रण के लिए जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। हर गिरोह को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है।”
डीएसपी राजा कुमार मित्रा ने कहा: “गिरफ्तारी से हमें कई अहम सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर आगे की छापेमारी की तैयारी चल रही है।”
स्थानीय और राज्य स्तर पर बढ़ रहा साइबर अपराध
झारखंड का साइबर फ्रॉड नेटवर्क देशभर में फैला हुआ है। देवघर, जामताड़ा, गिरिडीह और आसपास के क्षेत्रों में लगातार साइबर ऑपरेशन चल रहे हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि तकनीकी जानकारी रखने वाले युवा गलत दिशा में जा रहे हैं, जिनकी पहचान और पुनर्वास की जरूरत है। पुलिस द्वारा लगातार दबाव बनाए रखने से ठगी की घटनाओं में कमी आ रही है, लेकिन नेटवर्क पूरी तरह खत्म करने के लिए निरंतर प्रयास जरूरी हैं।
पुलिस की रणनीति: गांव-गांव अभियान
देवघर पुलिस की रणनीति अब जंगलों, टोला-बस्तियों और दुर्गम इलाकों तक पहुंचने की है। साइबर अपराधी आमतौर पर इन इलाकों में अस्थायी ठिकाने बनाकर कॉल सेंटर जैसी गतिविधियां चलाते हैं। पुलिस तकनीकी टीम, साइबर सेल और थानों के संयुक्त प्रयास से हर ऐसे ठिकाने की निगरानी कर रही है।
न्यूज़ देखो: साइबर अपराध पर देवघर पुलिस की निरंतर सख्ती
इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि देवघर पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ बेहद मजबूत और आक्रामक अभियान छेड़ा हुआ है। लगातार की जा रही गिरफ्तारियाँ यह साबित करती हैं कि पुलिस गिरोहों की जड़ों तक पहुंचने के लिए संगठित रूप से काम कर रही है। जनता को भी जागरूक होना होगा ताकि वे ठगी का शिकार न बनें और संदिग्ध कॉल की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
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साइबर मुक्त समाज की ओर एक कदम
देवघर पुलिस की यह कार्रवाई बताती है कि जब प्रशासन दृढ़ संकल्प ले, तो संगठित अपराध भी ज्यादा दिनों तक टिक नहीं सकते। हमें भी जागरूक नागरिक बनकर अपने परिवार और समाज को डिजिटल ठगी से बचाने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। साइबर सुरक्षा का ज्ञान साझा करें, संदिग्ध लिंक से बचें और दूसरों को भी सचेत करें।
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