इंडोनेशिया में पर्यावरण संरक्षण व जलवायु परिवर्तन पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे डॉ कौशल किशोर
- डॉ कौशल किशोर इंडोनेशिया में पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
- वर्ष 2025 के निःशुल्क पौधा वितरण और रोपण कार्यक्रम का शुभारंभ जकार्ता में किया जाएगा।
- पर्यावरण धर्म गुरु डॉ कौशल किशोर द्वारा इंडोनेशिया में पर्यावरण धर्म व वनराखी मूवमेंट कार्यक्रम का आयोजन।
- डॉ कौशल का उद्देश्य 2025-26 में विश्व के 6 देशों और देश के 10 राज्यों में 2 लाख पौधे वितरित करना है।
- कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण धर्म पर संगोष्ठियों का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जाएगा।
डॉ कौशल किशोर का तीन दिवसीय दौरा
डॉ कौशल किशोर जायसवाल, जो विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पर्यावरण धर्म गुरु हैं, ने इंडोनेशिया के तीन दिवसीय दौरे पर रवाना होने की जानकारी दी। इस दौरे के दौरान, वे बाली में पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
निःशुल्क पौधा वितरण और वृक्षारोपण का शुभारंभ
डॉ कौशल ने बताया कि इस वर्ष 2025 में निःशुल्क पौधा वितरण व रोपण के 58वें एवं पर्यावरण धर्म व वनराखी मूवमेंट के 48वें वर्ष का उद्घाटन इंडोनेशिया के जाकार्ता में होगा। इस दौरान वृक्षों पर रक्षाबंधन भी किया जाएगा।
2025-26 के लिए निर्धारित लक्ष्य
डॉ कौशल ने बताया कि उनका लक्ष्य 2025-26 में विश्व के आधा दर्जन देशों और भारत के 10 राज्यों के 20 जिलों में दो लाख निशुल्क पौधे वितरित करने का है। इन कार्यक्रमों में वृक्षारोपण और रक्षाबंधन के साथ-साथ पर्यावरण धर्म पर संगोष्ठियों का आयोजन भी किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यक्रम का आयोजन
इस बार 95% कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित किए जाएंगे, ताकि किसानों को वृक्ष खेती को बढ़ावा देने और हरित क्रांति के प्रति जागरूक किया जा सके। कार्यक्रम का उद्घाटन झारखंड के छतरपुर अनुमंडल के डाली बाजार के कौशल नगर से किया जाएगा।
कार्यक्रम में मौजूद लोग
कार्यक्रम में छतरपुर पूर्वी के जिला पार्षद अमित कुमार जायसवाल, प्रो. अरुण कुमार जायसवाल, ग्राम पंचायत डाली बाजार के मुखिया पूनम जायसवाल, कोमल जायसवाल, शिल्पा जायसवाल, अशिविका जायसवाल, उर्मिला देवी, आद्रिका, अनुसा, रामू, छोटू सहित अन्य लोग मौजूद थे।
पर्यावरण संरक्षण के इस महत्वपूर्ण कार्य को साझा करने के लिए ‘न्यूज़ देखो’ से जुड़े रहें और पर्यावरण जागरूकता अभियान में भाग लें।