
#नेतरहाट में #बीएसएनएल नेटवर्क ठप, पर्यटन और ग्रामीण दोनों परेशान
- 15 दिनों से नेतरहाट में बीएसएनएल नेटवर्क पूरी तरह बाधित
- पर्यटक और ग्रामीण, दोनों वर्ग हो रहे हैं भारी परेशान
- दिनभर में बमुश्किल 1 घंटे भी नेटवर्क नहीं मिलता
- बीजेपी युवा मोर्चा ने सरकार पर साधा निशाना
- उपायुक्त से की गई तत्काल हस्तक्षेप की मांग
संचार व्यवस्था बेहाल, बदहाल बना पर्यटन स्थल
लातेहार जिले का विश्वविख्यात पर्यटन स्थल नेतरहाट इन दिनों बीएसएनएल नेटवर्क ठप होने की वजह से भारी संकट में है। स्थानीय ग्रामीणों विनोद किसान, महावीर सिंह, दीपक पाठक, हेमंत प्रसाद, दीपक शर्मा, आशुतोष तिवारी, शशि वर्मा, संतोष गुप्ता आदि ने बताया कि पिछले 15 दिनों से नेटवर्क दिन में एक घंटे भी ठीक नहीं रहता।
इससे ग्रामीणों के जरूरी कार्य ठप हैं और बाहरी पर्यटक भी परेशान होकर लौट रहे हैं। कई बार शिकायत के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला, जिससे लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय बीएसएनएल ऑपरेटर भी लापरवाह रवैया अपनाता है।
बीजेपी युवा मोर्चा का बयान: सरकार नाकाम
बीजेपी युवा मोर्चा के जिला मंत्री सर्वेश उर्फ बिट्टू ने सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा:
“झारखंड की गठबंधन सरकार में संचार व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। नेतरहाट जैसा प्रमुख पर्यटन स्थल जहां सैलानी दूर-दूर से आते हैं, वहां एक सामान्य बीएसएनएल नेटवर्क तक नहीं चल रहा। यह कैसा विकास है?”
उन्होंने इसे झूठे विकास के दावों की पोल खोलने वाला उदाहरण बताया और नेटवर्क बहाली के लिए प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग की।
उपायुक्त से की गई सीधी मांग
ग्रामीणों और पर्यटकों ने लातेहार उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता से अपील की है कि वे बीएसएनएल मुख्यालय से समन्वय बनाकर नेटवर्क समस्या का जल्द समाधान करें।
नेटवर्क ठप होने से न केवल आपात स्थितियों में संपर्क बाधित होता है, बल्कि पर्यटन से जुड़ी स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंच रहा है।
न्यूज़ देखो: संचार सेवा नहीं तो विकास नहीं
संचार तंत्र की विफलता आज के दौर में आम जन के अधिकारों और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर सीधा हमला है। नेतरहाट जैसे पर्यटन हब में नेटवर्क का ठप रहना सरकारी तंत्र की उदासीनता का प्रतीक है।
न्यूज़ देखो जनता की आवाज उठाता रहेगा, क्योंकि हर सुविधा तक समान पहुंच, लोकतंत्र की बुनियाद है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
डिजिटल युग में अंधेरे में नेतरहाट, अब इंतज़ार नहीं – समाधान चाहिए
पर्यटन, रोजगार और आम जन-जीवन—सब कुछ नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। जब तक बीएसएनएल जैसी सेवा सुचारू नहीं होगी, तब तक झारखंड जैसे राज्य में विकास केवल भाषणों में सिमट कर रह जाएगा।
अब वक्त है कि प्रशासन सख्ती से बीएसएनएल को जवाबदेह बनाए, ताकि नेतरहाट का गौरव और सुविधा, दोनों कायम रह सकें।