
#पलामू #शिक्षा : उत्क्रमित विद्यालय दरुआ में अभिभावक–शिक्षक बैठक में 100% उपस्थिति दर्ज, मेडल और पुरस्कार से बच्चों को किया गया प्रोत्साहित
- उत्क्रमित विद्यालय दरुआ में अभिभावक–शिक्षक बैठक का हुआ आयोजन।
- 100% उपस्थिति से अभिभावकों और शिक्षकों में उत्साह।
- प्रधानाध्यापक शकील हैदर और मुखिया पूनम देवी ने दिए प्रेरणादायी संदेश।
- 140 अभिभावकों ने लिया हिस्सा, पंचायत का सबसे सफल आयोजन।
- नियमित बच्चों को मेडल और पुरस्कार देकर किया सम्मानित।
पलामू जिले के पाण्डु प्रखंड के उत्क्रमित विद्यालय दरुआ में गुरुवार को अभिभावक–शिक्षक बैठक (पीटीएम) का आयोजन हुआ। इस बैठक की सबसे खास बात रही कि विद्यालय के सभी बच्चों की 100% उपस्थिति दर्ज की गई, जिससे शिक्षकों और अभिभावकों में गहरी खुशी और उत्साह देखा गया। बैठक में शिक्षा की गुणवत्ता, बच्चों की उपस्थिति, अनुशासन और भविष्य निर्माण जैसे अहम विषयों पर गंभीर चर्चा हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता और मुख्य अतिथि
बैठक की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक शकील हैदर ने की। मुख्य अतिथि के रूप में तिसीबार पंचायत की मुखिया पूनम देवी मौजूद रहीं। इस अवसर पर समाजसेवी, पंचायत प्रतिनिधि और विद्यालय के सभी शिक्षक–शिक्षिकाएं भी शामिल हुए। 140 से अधिक अभिभावकों की मौजूदगी ने इस आयोजन को पंचायत स्तर पर सबसे सफल बना दिया।
प्रधानाध्यापक शकील हैदर ने कहा: “शिक्षा से ही बच्चों का भविष्य संवरता है। अभिभावक बच्चों को समय पर और पूरी यूनिफॉर्म में स्कूल भेजें ताकि अनुशासन और सम्मान बना रहे। नियमित उपस्थिति से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे बेहतर परिणाम देंगे।”
मुखिया पूनम देवी ने कहा: “बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना हम सबकी जिम्मेदारी है। यदि आप समय पर बच्चों को स्कूल भेजेंगे और पढ़ाई में सहयोग करेंगे तो उनका भविष्य उज्ज्वल बनेगा और समाज में शिक्षा का स्तर ऊँचा होगा।”
मेडल और पुरस्कार से बच्चों का सम्मान
बैठक में उन बच्चों को मेडल और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया जो नियमित रूप से विद्यालय आते हैं। बच्चों के चेहरे पर गर्व और खुशी स्पष्ट झलक रही थी। इस पहल ने न केवल बच्चों को प्रोत्साहित किया बल्कि अभिभावकों को भी बच्चों की शिक्षा में अधिक सहयोग करने के लिए प्रेरित किया।
शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष चर्चा
बैठक में शिक्षकों ने बच्चों की पढ़ाई, गृहकार्य, अनुशासन और समय पर विद्यालय आने की आदत पर जोर दिया। अभिभावकों को नियमित संवाद बनाए रखने और बच्चों की कठिनाइयों को समझने की सलाह दी गई। विद्यालय प्रशासन ने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी ऐसी बैठकों का आयोजन होता रहेगा जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक रविंद्र लाल, बैजनाथ सर, शोभा देवी, अमीनुद्दीन अंसारी (कंप्यूटर शिक्षक), एजाज, अजय सिंह (सीआरपी तिसीबार) सहित अनेक अभिभावक और समाजसेवी मौजूद रहे। सभी ने बच्चों की शिक्षा को लेकर अपने विचार साझा किए और सहयोग का भरोसा दिया।
पंचायत के लिए बनी प्रेरणा
तिसीबार पंचायत के अन्य विद्यालयों के लिए दरुआ स्कूल की यह बैठक एक प्रेरणा बन गई। भारी संख्या में अभिभावकों की भागीदारी, सौ प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति और संवाद की खुली प्रक्रिया ने इसे पंचायत के सबसे सफल आयोजनों में शामिल कर दिया। अभिभावकों का मानना है कि इस तरह की बैठकें बच्चों और शिक्षकों के बीच संबंध मजबूत करती हैं और शिक्षा स्तर में सुधार लाने का मार्ग प्रशस्त करती हैं।

न्यूज़ देखो: शिक्षा संवाद से बढ़ता भरोसा
दरुआ विद्यालय की पीटीएम यह संदेश देती है कि जब अभिभावक, शिक्षक और समाज एक साथ आकर शिक्षा के मुद्दों पर खुलकर चर्चा करते हैं, तो उसका असर सीधे बच्चों की पढ़ाई और अनुशासन पर पड़ता है। यह आयोजन शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की एक सशक्त पहल है।
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शिक्षा की ओर सामूहिक कदम
दरुआ की यह पहल दिखाती है कि सामूहिक प्रयास से शिक्षा की नींव और मजबूत हो सकती है। बच्चों की प्रगति ही पंचायत और समाज की प्रगति है। अपनी राय कमेंट में दें और खबर को साझा करें ताकि शिक्षा के महत्व की यह मिसाल और भी जगह तक पहुंचे।