
#दुमका #धान_अधिप्राप्ति : खराब लैम्प्स व्यवस्था पर डीसी ने निरीक्षण में जताई नाराज़गी—किसानों की सुविधाओं को लेकर दिए कड़े निर्देश
- डीसी अभिजीत सिन्हा ने धान अधिप्राप्ति तैयारी में लैम्प्स की बदहाल स्थिति पर नाराज़गी जताई।
- निरीक्षण के दौरान पूछा—“क्या इसी जगह किसानों से खरीदा गया धान रखा जाएगा?।”
- केंद्रों में साफ-सफाई, भंडारण, मशीनों की कार्यशीलता और किसानों की सुविधा तुरंत सुधारने का आदेश।
- रबी 2025–26 के लिए 61,050 किसानों का फसल बीमा लक्ष्य निर्धारित।
- किसान 31 दिसंबर 2025 तक गेहूं, आलू, राई, सरसों व चना का बीमा करा सकते हैं।
- बीमा आवेदन एनसीआईपी पोर्टल, प्रज्ञा केंद्र और लैम्प्स के माध्यम से उपलब्ध।
दुमका जिले में धान अधिप्राप्ति की तैयारियों की समीक्षा के लिए जिला उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने शनिवार को विभिन्न लैम्प्स का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई केंद्रों में साफ-सफाई, भंडारण और व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब पाई गई। इस पर डीसी ने अधिकारियों से नाराज़गी जताते हुए पूछा कि क्या किसानों से खरीदे जाने वाले धान को ऐसे स्थानों पर रखा जाएगा। उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को तुरंत सुधारात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण में क्या-क्या कमियां मिलीं?
निरीक्षण के दौरान डीसी सिन्हा ने पाया कि कई लैम्प्स में
- धान रखने के लिए उचित गोदाम व्यवस्था नहीं,
- इलाके में कचरा और गंदगी फैली हुई,
- तौल मशीनों की कार्यशीलता पर गंभीर सवाल,
- किसानों के आने-जाने के लिए सुविधाजनक मार्ग भी तैयार नहीं था।
इन हालातों पर डीसी ने संबंधित अधिकारियों से कड़ा जवाब तलब किया और कहा कि किसानों की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सभी केंद्रों में त्वरित सफाई अभियान, उपकरणों की मरम्मत और भंडारण प्रबंधन को दुरुस्त करने का आदेश दिया।
किसानों की सुविधा पर खास जोर
डीसी अभिजीत सिन्हा ने कहा कि इस बार धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया में किसी भी किसान को परेशान न होना पड़े।
उन्होंने निर्देश दिया कि—
- तौल मशीनें पूर्ण रूप से कार्यशील रहें,
- धान रखने के लिए सूखा और सुरक्षित भंडारण उपलब्ध हो,
- केंद्रों पर पेयजल और बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए,
- किसानों के लिए टोकन प्रणाली को सुव्यवस्थित किया जाए।
डीसी ने कहा कि यदि किसी केंद्र में अनियमितता पाई गई तो संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई तय है।
फसल बीमा लक्ष्य: 61,050 किसान
रबी 2025–26 मौसम के लिए दुमका जिले में 61,050 किसानों का फसल बीमा लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
किसान निम्न फसलों का बीमा करा सकते हैं—
- गेहूं
- आलू
- राई
- सरसों
- चना
बीमा आवेदन 31 दिसंबर 2025 तक किया जा सकता है।
आवेदन करने के विकल्प:
- एनसीआईपी पोर्टल,
- प्रज्ञा केंद्र,
- लैम्प्स के माध्यम से।
कृषि विभाग की ओर से किसानों से अपील की गई है कि वे समय सीमा से पहले बीमा योजना का लाभ अवश्य उठाएँ, ताकि फसल नुकसान की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
न्यूज़ देखो: किसानों की सुविधाओं पर लापरवाही चिंताजनक
धान अधिप्राप्ति केंद्रों की अव्यवस्था यह दिखाती है कि जमीनी स्तर पर निष्पादन में बड़ी खामियाँ हैं। निरीक्षण के दौरान डीसी का सख्त रवैया बताता है कि प्रशासन इसे हल्के में नहीं लेना चाहता। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सुधारात्मक कदम कितनी तेजी से उठाए जाते हैं।
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किसान हित सर्वोपरि—सतर्क रहें, योजनाओं का लाभ उठाएँ
किसान भाई समय पर अपना फसल बीमा अवश्य कराएँ, अधिप्राप्ति केंद्रों पर किसी भी समस्या की तुरंत शिकायत करें और प्रशासन को सक्रिय बनाने में सहयोग दें।
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