#देवघर #समीक्षाबैठक : समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में डीसी ने आंगनबाड़ी व्यवस्था सुधारने और योजनाओं के लाभार्थियों तक पारदर्शी तरीके से पहुंच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए
- देवघर डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
- बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यशैली और सुविधाओं पर गहन चर्चा हुई।
- पोषण ट्रैकर, टीकाकरण, पोषाहार वितरण और किशोरी समृद्धि योजना पर समीक्षा की गई।
- डीसी ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सीडीपीओ और महिला पर्यवेक्षकों को सख्त हिदायत दी।
- बेहतर काम न करने वाले कर्मियों पर वेतन कटौती और शो-कोज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।
देवघर समाहरणालय सभागार में शुक्रवार को समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने की। बैठक के दौरान डीसी ने विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा की और स्पष्ट कहा कि योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर पर शत प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचे। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यशैली पर विशेष जोर देते हुए कहा कि पीने का पानी, शौचालय और वर्षा जल संचयन जैसी बुनियादी सुविधाओं पर तुरंत रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए।
आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति पर सख्ती
बैठक में डीसी ने आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण को प्राथमिकता दी। उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि केंद्रों पर दी जा रही सेवाओं की सघन मॉनिटरिंग की जाए। सेविका और सहिया की गतिविधियों का क्रॉस वेरिफिकेशन समय-समय पर सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया।
डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा: “आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों और महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। योजनाओं का लाभ पारदर्शी तरीके से पहुंचना चाहिए।”
पोषण ट्रैकर और योजनाओं की समीक्षा
डीसी ने पोषण ट्रैकर पर जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर पर दर्ज हो रहे आंकड़ों का बारीकी से निरीक्षण किया। सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, पोषाहार वितरण, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व योजना, टीएचआर वितरण और बच्चों व महिलाओं के टीकाकरण जैसी योजनाओं की स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई।
अधिकारियों को हिदायत और कार्रवाई की चेतावनी
बैठक में डीसी ने समाज कल्याण विभाग की शिथिल कार्यशैली पर नाराजगी जताई। उन्होंने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सभी सीडीपीओ और महिला पर्यवेक्षकों को निर्देश दिया कि वे नियमित क्षेत्र भ्रमण और निरीक्षण को गंभीरता से लें। डीसी ने साफ कहा कि यदि अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ठीक से नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ वेतन काटने और शो-कोज नोटिस जारी करने की कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में शामिल अधिकारी
इस समीक्षा बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रंजना, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, महिला पर्यवेक्षक और अन्य संबंधित अधिकारी-कर्मी उपस्थित रहे।
न्यूज़ देखो: योजनाओं का लाभ सीधे जनता तक
देवघर में हुई इस समीक्षा बैठक ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया कि प्रशासन आंगनबाड़ी केंद्रों और समाज कल्याण योजनाओं को लेकर बेहद गंभीर है। यदि अधिकारी और कर्मचारी पारदर्शिता व जिम्मेदारी से काम करेंगे, तभी महिलाओं और बच्चों तक योजनाओं का वास्तविक लाभ पहुंच पाएगा। प्रशासन की सख्ती यह संकेत है कि अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
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जिम्मेदारी निभाएं, बदलाव लाएं
अब समय है कि आंगनबाड़ी केंद्रों को वास्तव में बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य व पोषण का आधार बनाया जाए। हर नागरिक को चाहिए कि वे इन केंद्रों की स्थिति पर नजर रखें और सुधार की मांग करें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और बदलाव की इस मुहिम में शामिल हों।