मुख्य बिंदु:
- गिरिडीह में पोषण एवं समर अभियान के क्रियान्वयन को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित।
- आंगनबाड़ी केंद्रों में शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति और पौष्टिक आहार की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश।
- कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों की पहचान कर एमटीसी में भर्ती सुनिश्चित करने की योजना।
- सरकार की योजनाओं को कुपोषण और एनीमिया से पीड़ित परिवारों से जोड़ने का निर्देश।
गिरिडीह: समाहरणालय सभागार में शनिवार को उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में पोषण संबंधी और समर अभियान की बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
अभियान को सफल बनाने के निर्देश:
बैठक के दौरान उपायुक्त ने निर्देश दिया कि गिरिडीह को कुपोषण और एनीमिया मुक्त करने के लिए सभी संबंधित विभाग समन्वय स्थापित कर कार्य करें। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाए और उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जाए। बच्चों का नियमित वजन-मापन और कुपोषित बच्चों की पहचान कर एमटीसी (मल्टी थेरापी सेंटर) में भर्ती सुनिश्चित की जाए।
पोषण योजना का विस्तार:
उपायुक्त ने कहा कि कुपोषण और एनीमिया से ग्रसित परिवारों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जाएगा। इन योजनाओं में ऐसे कार्यक्रम शामिल होंगे, जिनका कुपोषण निवारण पर प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रभाव पड़ता है। साथ ही, गर्भवती महिलाओं को मातृत्व पोषण के तहत ANC जांच, वजन और हीमोग्लोबिन की नियमित जांच कराने पर बल दिया गया।
विभागीय संवेदनशीलता पर जोर:
उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने अधिकारियों से अभियान को संवेदनशीलता और तत्परता के साथ लागू करने का आग्रह किया। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने को कहा।
उपस्थित अधिकारी:
बैठक में स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे।
‘न्यूज़ देखो’ के साथ हर अपडेट सबसे पहले!
पोषण और स्वास्थ्य से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर के लिए ‘न्यूज़ देखो’ के साथ जुड़े रहें। हम आपकी बेहतरी के लिए तत्पर हैं।