
#सिमडेगा #दुर्गाविसर्जन : उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने डिप्टी टोली विसर्जन तालाब का लिया जायजा, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिए सख्त निर्देश
- उपायुक्त कंचन सिंह और एसपी एम. अर्शी ने किया निरीक्षण।
- डिप्टी टोली विसर्जन तालाब की तैयारियों का लिया जायजा।
- प्रतिमा विसर्जन केवल रैम्प से करने का निर्देश।
- तालाब परिसर में पर्याप्त रोशनी, गोताखोर और बैरिकेडिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
- पंडाल समितियों से भीड़ नियंत्रण और समयपालन की अपील।
सिमडेगा में दुर्गा पूजा प्रतिमा विसर्जन को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। आज उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह और पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी ने नगर परिषद स्थित डिप्टी टोली विसर्जन तालाब का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने सुरक्षा और सुविधा संबंधी तैयारियों का बारीकी से जायजा लिया और पूजा पंडाल समिति के सदस्यों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश
उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिया कि प्रतिमा विसर्जन केवल रैम्प के माध्यम से किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी श्रद्धालु को पानी में उतरने या गहराई तक जाने की अनुमति नहीं होगी, जिससे किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। नगर परिषद प्रशासक पदाधिकारी को तालाब परिसर में पर्याप्त रोशनी, गोताखोरों की व्यवस्था और रस्सी से बैरिकेडिंग करने का निर्देश दिया गया।
भीड़ नियंत्रण और समितियों की जिम्मेदारी
अधिकारियों ने पूजा पंडाल समितियों से कहा कि विसर्जन स्थल पर भीड़ नियंत्रण के लिए दो से तीन जिम्मेदार सदस्यों की प्रतिनियुक्ति की जाए। ये सदस्य यह सुनिश्चित करेंगे कि एक समय में कितने लोग प्रतिमा विसर्जन कर रहे हैं और पूरी प्रक्रिया सुरक्षित रूप से संपन्न हो।
समयपालन पर जोर
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने जुलूस और विसर्जन में समयपालन पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि शोभायात्रा समय पर निकाली जाए और प्रतिमाएं तय समय पर तालाब तक पहुंचाई जाएं। इससे विसर्जन प्रक्रिया शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से पूरी की जा सकेगी।
आज होगा भव्य विसर्जन
विदित हो कि आज सिमडेगा जिले के सभी पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। शाम को भव्य शोभायात्रा निकालकर प्रतिमाओं को डिप्टी टोली विसर्जन तालाब तक पहुंचाया जाएगा। इस अवसर पर प्रशासन और समितियों की ओर से सुरक्षा और व्यवस्था की पूरी तैयारी की गई है।
निरीक्षण के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, नगर परिषद प्रशासक पदाधिकारी, सिटी मैनेजर, दुर्गा पूजा समिति के सदस्यगण एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: सुरक्षा और अनुशासन की मिसाल
सिमडेगा प्रशासन द्वारा किए गए ये इंतज़ाम न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं बल्कि यह भी संदेश देते हैं कि धार्मिक आस्था और जनसुरक्षा साथ-साथ चल सकती है। इस तरह की सतर्कता अन्य जिलों के लिए भी एक आदर्श है।
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सुरक्षित रहें, परंपरा निभाएं
दुर्गा विसर्जन उत्सव आस्था का प्रतीक है, लेकिन सुरक्षा हमारी साझा जिम्मेदारी है। समयपालन, नियमों का पालन और प्रशासन का सहयोग करके हम इसे और भव्य और सुरक्षित बना सकते हैं। अपनी राय कमेंट करें और खबर को दोस्तों तक शेयर करें ताकि यह संदेश हर श्रद्धालु तक पहुंचे कि भक्ति के साथ-साथ सुरक्षा भी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।