
#गुमला #दिसंबर_मेला : चैनपुर में ऐतिहासिक दिसंबर मेले का उत्साहपूर्ण उद्घाटन, झूले–स्टॉल–मनोरंजन और सुरक्षा व्यवस्था के बीच भारी भीड़ जुटी।
- चैनपुर, गुमला में ऐतिहासिक दिसंबर मेला धूमधाम से शुरू।
- उद्घाटन में थाना प्रभारी कृष्णा कुमार, एसआई अशोक कुमार, एएसआई नन्दकिशोर कुमार, शकील खान सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित।
- मेले में डिजनीलैंड, विभिन्न झूले, मौत का कुआं और मीना बाजार खास आकर्षण।
- सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन ने विशेष तैयारी की।
- आयोजन में झामुमो चैनपुर प्रखंड के कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान।
चैनपुर में लगने वाले बहुप्रतीक्षित दिसंबर मेले का मंगलवार को उत्साहपूर्ण आगाज़ हुआ। साल भर से इस मेले का इंतजार कर रहे स्थानीय लोगों में भारी उमंग देखी गई। मेले का उद्घाटन थाना प्रभारी कृष्णा कुमार, एसआई अशोक कुमार, एएसआई नन्दकिशोर कुमार और जिला संयुक्त सचिव सह बीस सूत्री सदस्य शकील खान ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। इस मौके पर मेला संचालक नाजीर खान, सेराज खलीफा, बिनय बाड़ा समेत क्षेत्र के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
उद्घाटन के साथ ही डिजनीलैंड मेला हुआ गुलजार
मेला शुरू होते ही डिजनीलैंड परिसर में रोमांच और मनो-रंजन के शौकीनों की भीड़ उमड़ पड़ी। बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए लगाए गए झूले मुख्य आकर्षण बने रहे। इनमें—
- मौत का कुआं
- ड्रैगन झूला
- ब्रेक डांस झूला
- नौका झूला
- बड़ा झूला
- और छोटे बच्चों के लिए विशेष झूले
लोगों का खूब मनोरंजन कर रहे हैं।
साथ ही मेले में विभिन्न प्रकार के आकर्षक स्टॉल भी सजाए गए हैं, जहाँ उपयोगी और घरेलू सामान खरीदने के लिए सुबह से ही खरीदारों की भीड़ नजर आई।
मीना बाजार और सांस्कृतिक माहौल ने बढ़ाई मेले की रौनक
मेला संचालक नाजीर खान और सेराज खलीफा ने बताया कि इस बार मेले में मीना बाजार को विशेष रूप से आकर्षक बनाया गया है। इसमें खिलौने, सजावटी सामान, घरेलू आइटम और हस्तशिल्प की वस्तुओं के स्टॉलों ने लोगों का मन मोह लिया है।
थाना प्रभारी ने दिया शांति–सौहार्द का संदेश
उद्घाटन कार्यक्रम में थाना प्रभारी कृष्णा कुमार ने मेले को चैनपुर की परंपरा और सामुदायिक एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा:
“चैनपुर का यह दिसंबर मेला हर साल बड़ी धूमधाम से लगता है। यह हमारी संस्कृति और भाईचारे की पहचान है। मैं सभी लोगों से अपील करता हूँ कि वे मेले में आएं, आनंद लें और शांति–सौहार्द बनाए रखें।”
उन्होंने सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस की समुचित व्यवस्था की जानकारी दी और आश्वस्त किया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
आयोजन में झामुमो कार्यकर्ताओं का अहम योगदान
मेला संचालक मंडल ने बताया कि इस आयोजन की सफलता में झारखंड मुक्ति मोर्चा चैनपुर प्रखंड के कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
इनमें—
- शकील खान (बीस सूत्री सदस्य)
- पोलिकर एक्का (अध्यक्ष)
- नवीन कुजूर
- श्रवण कुमार
का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने प्रशासन और मेला प्रबंधन के साथ समन्वय बनाकर तैयारी को मजबूती दी।

न्यूज़ देखो: सांस्कृतिक मेलों से बढ़ती है ग्रामीण अर्थव्यवस्था
चैनपुर का दिसंबर मेला सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था, छोटे व्यापारियों और सांस्कृतिक परंपराओं को सशक्त बनाने का बड़ा मंच है। ऐसी गतिविधियाँ ग्रामीण समाज में आपसी सहयोग और पहचान को नई ऊर्जा देती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मेलों की परंपरा को जीवित रखना हम सभी की जिम्मेदारी
चैनपुर का दिसंबर मेला हमें बताता है कि उत्सव सिर्फ मनोरंजन नहीं, सामाजिक एकता की पहचान भी हैं। आप भी अपने क्षेत्र के ऐसे आयोजनों में भाग लेकर स्थानीय कलाकारों, व्यापारियों और समुदाय को समर्थन दें। इस खबर को साझा करें और दूसरों को भी मेले की रौनक से जोड़ें।





