गढ़वा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने शुक्रवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) कैसर रजा को चार सूत्रीय मांग पत्र सौंपकर जिले के विद्यालयों में व्याप्त समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया। इस मांग पत्र में परीक्षा शुल्क से अधिक वसूली, शिक्षकों की भारी कमी और छात्रों को मिलने वाली सुविधाओं के अभाव जैसे गंभीर मुद्दे उठाए गए।
मुख्य मांगें
- परीक्षा शुल्क से अधिक वसूली पर कार्रवाई:
अभाविप ने झारखंड अधिविद्य परिषद (JAC) द्वारा निर्धारित परीक्षा शुल्क से अधिक राशि वसूलने वाले विद्यालयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आग्रह किया कि सभी विद्यालय यह सुनिश्चित करें कि परीक्षा फॉर्म भरने के बाद छात्रों को उचित रसीद दी जाए। - शिक्षकों की कमी को दूर करना:
कांडी +2 उच्च विद्यालय में गणित, इतिहास और हिंदी जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों की कमी पर चिंता जताई गई। अभाविप ने मांग की कि इन विषयों के लिए तत्काल नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाए। इसके अलावा, जिले के अन्य विद्यालयों में भी शिक्षकों की कमी दूर करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। - अवैध वसूली पर जांच:
विद्यार्थियों से परीक्षा फॉर्म भरने के नाम पर अनावश्यक शुल्क वसूले जाने की घटनाओं की जांच कर दोषी विद्यालयों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की गई। - छात्र हितों की सुरक्षा:
अभाविप ने यह भी कहा कि छात्रों की शिकायतों को सुना जाए और उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द समाधान किया जाए।
अभाविप के नेताओं का बयान
विभाग सह संयोजक शशांक ने कहा, “विद्यालयों द्वारा परीक्षा शुल्क के नाम पर अतिरिक्त राशि वसूलना सरासर अन्याय है। यदि इस पर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो परिषद आंदोलन करेगी।“
जिला संयोजक शुभम तिवारी ने कहा, “जिले के अधिकांश विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी है, जो छात्रों के शैक्षिक विकास में बाधा डाल रही है। इसे तत्काल दूर करना प्रशासन की जिम्मेदारी है।“
आंदोलन की चेतावनी
अभाविप के पदाधिकारियों ने साफ किया कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। परिषद ने यह भी स्पष्ट किया कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ज्ञापन सौंपने वाले प्रमुख सदस्य
मांग पत्र सौंपने के दौरान प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजा यादव, कांडी नगर मंत्री प्रिंस कुमार सिंह, सचिन चौबे, सुगंध बघेल, कमलेश कुमार सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
“हमारा लक्ष्य है कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो और छात्रों को उनकी सुविधाएं समय पर मिलें। यह छात्रों का अधिकार है और इसे सुनिश्चित करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।”
- शुभम तिवारी, जिला संयोजक
समाधान की उम्मीद
अभाविप के इस पहल के बाद जिला प्रशासन ने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। डीईओ ने कहा कि सभी समस्याओं की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
संबंधित अपडेट के लिए जुड़े रहें
गढ़वा जिले की शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी हर जानकारी के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज देखो’ के साथ।