Site icon News देखो

कुड़मी समाज की मांगों को लेकर दिल्ली कूच: नावाडीह डुमरी से जंतर मंतर के लिए रवाना हुए आंदोलनकारी

#गिरिडीह #आंदोलन : विधायक जयराम महतो ने दिखाई हरी झंडी, 6 सितंबर को जंतर मंतर पर प्रदर्शन

गिरिडीह जिले के नावाडीह-डुमरी से गुरुवार को कुड़मी समाज के आंदोलनकारियों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना हुआ। आंदोलनकारियों ने ऐलान किया है कि वे 6 सितंबर को जंतर मंतर पर अपनी मांगों को लेकर विशाल प्रदर्शन करेंगे।

विधायक जयराम महतो ने दिया समर्थन

इस मौके पर विधायक जयराम महतो ने आंदोलनकारियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और कहा कि कुड़मी समाज की यह लड़ाई न्यायोचित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे और उनकी पार्टी इस आंदोलन की हर लड़ाई में समाज के साथ खड़े रहेंगे।

जयराम महतो ने कहा कि कुड़मी समाज की अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की मांग और कुड़माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग लंबे समय से लंबित है। इन मुद्दों को लेकर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए।

जंतर मंतर पर जुटेगा जनसैलाब

आंदोलनकारियों ने बताया कि दिल्ली के जंतर मंतर पर होने वाले प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कुड़मी समाज के लोग शामिल होंगे। यह प्रदर्शन समाज की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

स्थानीय समर्थन में तेजी

गिरिडीह के नावाडीह-डुमरी क्षेत्र से लेकर आसपास के इलाकों में आंदोलन को लेकर समर्थन की लहर देखी जा रही है। ग्रामीणों और समाज के युवाओं ने इसे अपने अधिकारों की लड़ाई बताते हुए दिल्ली कूच को ऐतिहासिक बताया है।

न्यूज़ देखो: पहचान और हक की लड़ाई में जुटा कुड़मी समाज

कुड़मी समाज की मांगें सिर्फ सामाजिक पहचान तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह संवैधानिक अधिकारों और समान प्रतिनिधित्व की लड़ाई भी है। आने वाले दिनों में इस आंदोलन का स्वरूप झारखंड की राजनीति और सामाजिक विमर्श को गहराई से प्रभावित कर सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

अब साथ मिलकर बढ़ाएं कदम

समाज की पहचान और हक की लड़ाई में एकजुटता ही सबसे बड़ा हथियार है। अब समय है कि हम सब मिलकर इस आंदोलन को मजबूती दें और आवाज़ को और बुलंद करें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि संदेश हर तक पहुंचे।

Exit mobile version