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टोरी रेलवे क्रॉसिंग पर फ्लाईओवर ब्रिज की मांग तेज: किसान सोमवार को कफन नाटक से करेंगे विरोध

#लातेहार #आंदोलन : टोरी रेलवे क्रॉसिंग पर फ्लाईओवर निर्माण में देरी से नाराज किसानों ने विरोध के लिए अनोखा तरीका अपनाया

लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड के किसान सोमवार को टोरी रेलवे क्रॉसिंग के समीप कफन नामक नाटक का मंचन कर फ्लाईओवर ब्रिज की मांग करेंगे। किसान नेता सह पंचायत समिति सदस्य अयुब खान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 3 अप्रैल 2021 को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फ्लाईओवर का शिलान्यास किया था, लेकिन चार साल बीत जाने के बावजूद काम शुरू नहीं हुआ।

जाम में मौत और प्रसव की घटनाएं

किसानों का कहना है कि टोरी रेलवे क्रॉसिंग पर लगातार रेल परिचालन और नेशनल हाईवे पर भारी यातायात के कारण जाम आम बात हो गई है। कई बार जाम के कारण एम्बुलेंस में ही मरीजों की मौत हो चुकी है। अब तक दर्जन से अधिक लोगों की जान जाम में फंसने के कारण चली गई है। इतना ही नहीं, कई महिलाओं का प्रसव भी फाटक पर जाम में फंसकर हुआ है।

हर दिन प्रभावित हो रहे हजारों वाहन

यह नेशनल हाईवे पटना, छत्तीसगढ़, रांची, गुमला, लोहरदगा, लातेहार, गढ़वा, हजारीबाग और चतरा जैसे जिलों को जोड़ता है। रोजाना सैकड़ों छोटे-बड़े यात्री वाहन और मालवाहक गाड़ियां यहां से गुजरती हैं। फाटक के लंबे समय तक बंद रहने से दोनों ओर वाहनों की कतार लग जाती है और आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

किसानों का अनोखा विरोध

फ्लाईओवर की मांग को लेकर अब किसान अनोखे तरीके से विरोध दर्ज कराने जा रहे हैं। सोमवार को टोरी रेलवे क्रॉसिंग पर कफन नाटक का मंचन होगा, जिसमें ग्रामीण अपनी पीड़ा और आक्रोश को अभिव्यक्त करेंगे। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

न्यूज़ देखो: अधूरा वादा बना जानलेवा संकट

टोरी फ्लाईओवर का शिलान्यास 2021 में हुआ था, लेकिन आज तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। इस देरी के कारण लगातार लोगों की जानें जा रही हैं और यातायात प्रभावित हो रहा है। सरकार की चुप्पी आमजन के लिए जानलेवा साबित हो रही है। अब जरूरी है कि इस परियोजना को प्राथमिकता दी जाए और शीघ्र निर्माण शुरू हो।

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

जनता की आवाज को अनसुना न करें

टोरी क्रॉसिंग का मुद्दा सिर्फ यातायात का नहीं बल्कि लोगों की जिंदगी और मौत से जुड़ा है। अब समय है कि हम सब इस आंदोलन को समर्थन दें और अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाएं। अपनी राय कमेंट में लिखें और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा साझा करें ताकि समाधान की दिशा में कदम उठाए जा सके।

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