
#सिमडेगा #निरीक्षण : उपायुक्त कंचन सिंह और पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी ने चार प्रखंडों में प्रशासनिक व्यवस्था और विकास कार्यों का लिया जायजा
- उपायुक्त कंचन सिंह और पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी ने बांसजोर, ठेठईटांगर, केरसई और कुरडेग प्रखंड का किया दौरा।
- थाना, अस्पताल, प्रखंड कार्यालय और विद्यालय का निरीक्षण कर अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश।
- मनरेगा योजनाओं, आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम और सड़क समस्या पर अधिकारियों को मिली सख्त हिदायत।
- अस्पतालों में डॉक्टर और एएनएम की उपस्थिति की जांच कर सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त न करने की बात कही।
- कुपोषण केंद्र, स्कूल और आंगनबाड़ी व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने और स्थानीय अंडा उत्पादन को बढ़ावा देने का निर्देश।
- कुरडेग प्रखंड के कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
सिमडेगा जिले में शनिवार को प्रशासनिक सक्रियता का खास नजारा दिखा। उपायुक्त श्रीमती कंचन सिंह और पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी ने एक साथ जिले के बांसजोर, ठेठईटांगर, केरसई और कुरडेग प्रखंडों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने न केवल थाना और अस्पताल जैसी बुनियादी व्यवस्थाओं का जायजा लिया बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास योजनाओं की स्थिति पर भी गहन समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान आमजन की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कई आवश्यक निर्देश दिए गए, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ सही मायनों में लोगों तक पहुंचे।
प्रखंड स्तर पर निरीक्षण और दिशा-निर्देश
निरीक्षण की शुरुआत बांसजोर प्रखंड सभागार से हुई, जहां उपायुक्त महोदया ने मनरेगा और आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत चल रही योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि योजनाओं की प्रगति में तेजी लाई जाए और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। इसी दौरान बांसजोर चेक पोस्ट के पास खराब सड़क की समस्या सामने आई, जिस पर उपायुक्त ने तुरंत प्रखंड कार्यालय के सामने से वैकल्पिक मार्ग से वाहनों का आवागमन शुरू कराने का निर्देश दिया।
थानों का निरीक्षण और पुलिसिंग पर जोर
उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने बांसजोर थाना, ठेठईटांगर थाना, केरसई थाना और कुरडेग थाना का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विधि-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली और अधिकारियों को अपराध नियंत्रण में तत्पर रहने का निर्देश दिया। ठेठईटांगर थाना परिसर में लंबे समय से खड़ी जब्त गाड़ियों की समस्या पर पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट कहा कि इनकी जल्द नीलामी कराई जाए ताकि परिसर साफ हो और संसाधनों का सदुपयोग हो सके।
पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी ने कहा: “थानों की व्यवस्था बेहतर बनाने और जनता का विश्वास कायम रखने के लिए पुलिसिंग में और पारदर्शिता लानी होगी।”
अस्पतालों की जांच और स्वास्थ्य सेवाओं पर सख्ती
निरीक्षण के दौरान ठेठईटांगर और कुरडेग अस्पताल भी अधिकारियों की प्राथमिकता में रहे। उपायुक्त ने अस्पताल में डॉक्टर और एएनएम की उपस्थिति की जांच की और यह सुनिश्चित करने को कहा कि सेवाओं में किसी प्रकार की कमी न हो। उन्होंने ठेठईटांगर स्थित नव-निर्मित 50 शैय्या वाले अस्पताल भवन का भी निरीक्षण किया और इसे जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। कुरडेग अस्पताल के कुपोषण उपचार केंद्र में जाकर उन्होंने भर्ती बच्चों की स्थिति देखी और उनकी देखभाल को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उपायुक्त कंचन सिंह ने कहा: “जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
शिक्षा और आजीविका पर जोर
कुरडेग प्रखंड सभागार में उपायुक्त ने अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने आंगनबाड़ी और स्कूलों में लोकल स्तर पर अंडा उत्पादन और सप्लाई व्यवस्था शुरू करने का निर्देश दिया, ताकि पोषण योजनाओं को मजबूती मिले। साथ ही कुरडेग क्षेत्र में उत्पादित सुगंधित चावल को बड़े पैमाने पर अन्य शहरों में निर्यात करने की संभावना पर चर्चा की गई।
कर्मचारियों का सम्मान और विद्यालय का निरीक्षण
बैठक के बाद कुरडेग प्रखंड कार्यालय में बेहतर कार्य करने वाले दो कर्मचारियों को उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने प्रशस्ति पत्र और शॉल देकर सम्मानित किया। इसके बाद अधिकारियों ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, कुरडेग का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने वार्डेन से संचालन की जानकारी ली और बच्चों के साथ संध्या प्रार्थना में भी शामिल हुए।
पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि प्रतिदिन शाम के समय विद्यालय की ओर नियमित गश्ती करें ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
अधिकारियों की मौजूदगी
निरीक्षण के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी भी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने मिलकर विकास और सुरक्षा के लिए समन्वय और सक्रियता पर जोर दिया।



न्यूज़ देखो: विकास और सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक सतर्कता का संदेश
सिमडेगा जिले का यह निरीक्षण अभियान स्पष्ट करता है कि प्रशासन अब योजनाओं के कागजों से निकलकर जमीन पर सक्रिय हो रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा जैसे बुनियादी क्षेत्रों पर जो प्राथमिकता दी जा रही है, वह ग्रामीण इलाकों में बड़ा बदलाव ला सकती है। अधिकारियों का यह संदेश भी साफ है कि लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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बदलाव की बयार संग सहभागिता
सिमडेगा में शुरू की गई यह पहल दर्शाती है कि जनता की सुरक्षा और विकास अब प्रशासन की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। अब जरूरत है कि आम नागरिक भी इसमें सक्रिय सहयोग दें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को अधिक से अधिक साझा करें और जिम्मेदारी की इस श्रृंखला में खुद को शामिल करें।