#गढ़वा #स्वास्थ्य_निरीक्षण — मेराल, रमना और नगर ऊंटरी अस्पतालों में पाई गई अनियमितताएं, डॉ. पुष्कर कुमार गुप्ता पर वेतन रोक की कार्रवाई
- उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने तीन अस्पतालों का किया औचक निरीक्षण
- बिना सूचना अनुपस्थित डॉक्टर पर वेतन भुगतान रोकने का आदेश
- एप्रोन में नहीं मिले कई चिकित्सा पदाधिकारी, ड्रेस कोड उल्लंघन
- कहीं भी ड्यूटी चार्ट नहीं था प्रदर्शित, मरीजों को हो रही असुविधा
- सभी अस्पतालों में ड्यूटी रोस्टर चस्पा करने का निर्देश
मेराल, रमना और नगर ऊंटरी अस्पतालों में औचक जांच
गढ़वा जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने 26 जून 2024 को ओपीडी समय समाप्ति के बाद जिले के तीन प्रमुख अस्पतालों — सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेराल, रमना एवं अनुमंडलीय अस्पताल नगर ऊंटरी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पतालों में कई प्रशासनिक और व्यवहारिक खामियाँ पाई गईं, जिस पर उपायुक्त ने कड़ी नाराजगी जताई।
अनुपस्थित डॉक्टर पर तत्काल कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान मेराल एवं रमना अस्पताल में पदस्थापित डॉ. पुष्कर कुमार गुप्ता को बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाया गया। इसे गंभीर सेवा लापरवाही मानते हुए उपायुक्त ने उनके वेतन भुगतान पर तत्काल रोक लगाने और स्पष्टीकरण के लिए पृच्छा पत्र जारी करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया है।
ड्रेस कोड और ड्यूटी चार्ट की अनदेखी
निरीक्षण के समय पाया गया कि कई चिकित्सा पदाधिकारी विभागीय निर्देशों के बावजूद एप्रोन नहीं पहने थे। इसके अलावा किसी भी संस्थान में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों का ड्यूटी चार्ट (पोस्टिंग रोस्टर) प्रमुख स्थलों पर प्रदर्शित नहीं था। इससे मरीजों को उचित जानकारी न मिलने की स्थिति बनती है।
उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने कहा: “स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मरीजों की सुविधा सर्वोपरि है। हर अस्पताल में ड्यूटी रोस्टर एवं ड्रेस कोड का पालन सुनिश्चित किया जाए।”
सिविल सर्जन को दिए गए निर्देश
उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, अनुमंडलीय अस्पतालों एवं सदर अस्पताल में ड्यूटी चार्ट को अनिवार्य रूप से छपवाकर प्रमुख स्थानों पर चस्पा किया जाए। साथ ही सभी स्वास्थ्यकर्मियों को निर्धारित ड्रेस कोड का सख्ती से पालन करने को कहा गया।

न्यूज़ देखो: लापरवाह स्वास्थ्य व्यवस्था पर सख्त प्रशासकीय पहरा
गढ़वा जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में उपायुक्त का यह निरीक्षण एक सख्त प्रशासनिक संदेश है। अस्पतालों में अनियमितता, ड्यूटी में लापरवाही और मरीजों की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। न्यूज़ देखो ऐसी प्रशासनिक कार्रवाइयों को जनहित में सामने लाकर पारदर्शिता की पहल करता है और यह सुनिश्चित करता है कि हर मरीज को मिले समय पर इलाज और आदर।
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जिम्मेदार स्वास्थ्य सेवा के लिए जन-जागरूकता जरूरी
स्वास्थ्य सेवा सिर्फ डॉक्टरों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि आम जनता को भी इसके प्रति सतर्क रहना चाहिए। यदि किसी अस्पताल में अनियमितता देखें तो संबंधित अधिकारी को सूचित करें और व्यवस्था सुधारने में सहयोग करें।
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