
#पलामू #स्वास्थ्यनिरीक्षण : उपायुक्त ने अस्पतालों की सुविधाओं की जांच कर दी कई महत्वपूर्ण हिदायतें
- उपायुक्त समीरा एस ने चैनपुर सीएचसी का निरीक्षण किया।
- डॉक्टरों की उपस्थिति, दवा भंडारण और स्वच्छता पर जोर।
- आपातकालीन सेवाओं, जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता जांची।
- अन्य अधिकारियों ने पीएचसी और आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण किया।
- निरीक्षण में बुनियादी ढांचा, एंबुलेंस सेवा, प्रसव गृह की स्थिति पर फोकस।
पलामू जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए शनिवार को जिले की उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी समीरा एस ने चैनपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में स्वच्छता, चिकित्सकों और कर्मचारियों की उपस्थिति, दवा भंडारण और आपातकालीन सेवाओं की स्थिति का बारीकी से आकलन किया।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने बायोमैट्रिक अटेंडेंस, एमटीसी यूनिट, कोल्ड चेन सिस्टम, जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता, प्रसव गृह की स्थिति, जन औषधि केंद्र, बाथरूम की सफाई और बिजली उपकरणों की कार्यक्षमता की जांच की। उन्होंने अस्पताल परिसर में स्वच्छता व्यवस्था को विशेष रूप से महत्वपूर्ण बताते हुए संबंधित कर्मियों को सख्त निर्देश दिए।
इस मौके पर उप विकास आयुक्त जावेद हुसैन और सीएचसी प्रभारी डॉ. चमन भी मौजूद रहे।
अन्य अस्पतालों में भी चला निरीक्षण अभियान
इसी कड़ी में अन्य वरीय अधिकारियों ने जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया।
- अपर समाहर्ता कुंदन कुमार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पथरा का निरीक्षण किया।
- छत्तरपुर अनुमंडल पदाधिकारी ने पीएचसी हूटार का जायजा लिया।
- हुसैनाबाद एसडीओ ने पीएचसी रामगढ़ का निरीक्षण किया।
इसके अलावा, सदर एसडीएम ने बभंडीह, सदर भूमि सुधार उप समाहर्ता ने बसरिया, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने चांदो, चैनपुर अंचलाधिकारी ने हरिनामाड़, सहायक समाहर्ता ने करसो और जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने नावाडीह आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के मुख्य फोकस
अधिकारियों ने स्वास्थ्य केंद्रों में तीन प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया:
- सामान्य बुनियादी ढांचा और परिवेश – अस्पताल परिसर की स्वच्छता, साइननेज, मरीज प्रतीक्षालय, पेयजल और शौचालय की स्थिति।
- प्रमुख सेवा वितरण क्षेत्र – ओपीडी परामर्श, फार्मेसी, आवश्यक दवाओं की उपलब्धता, लैब की कार्यक्षमता, प्रसव कक्ष और आपातकालीन कैजुअल्टी।
- सहायक सेवाएं और प्रबंधन – एंबुलेंस सेवा, एंबुलेंस स्टाफ, बायोमेडिकल कचरा प्रबंधन, स्टाफ उपस्थिति और प्रशासनिक प्रबंधन।
निरीक्षण के दौरान यह भी देखा गया कि रोगियों को समय पर दवाएं मिल रही हैं या नहीं और आपातकालीन सेवाओं की तत्परता कैसी है।
न्यूज़ देखो: स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार की जरूरत
पलामू जिले के विभिन्न अस्पतालों में हुए इस निरीक्षण से साफ है कि स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सख्त निगरानी जरूरी है। ऐसे कदमों से न केवल जवाबदेही बढ़ेगी बल्कि मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वस्थ समाज के लिए सजग प्रशासन
अब समय है कि हम स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए एकजुट हों। प्रशासन के प्रयासों को सफल बनाने के लिए नागरिकों की सहभागिता भी उतनी ही जरूरी है। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि सब जागरूक रहें।