
#सिमडेगा #योजना_समीक्षा : उपायुक्त ने समाज कल्याण विभाग की योजनाओं की प्रगति पर विस्तार से चर्चा कर समयसीमा में कार्य पूर्ण करने को कहा
- उपायुक्त कंचन सिंह ने 15 सितंबर 2025 को समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
- मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में 173 लक्ष्य, 98 आवेदन स्वीकृत — एक माह में पूरा करने का निर्देश।
- सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत सभी लाभुकों का चयन और भुगतान सुनिश्चित करने को कहा।
- प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों का सर्वे कर चयन एक माह में पूर्ण करने का आदेश।
- पूरक पोषाहार और पोषण अभियान में समय पर रिपोर्टिंग, आधार लिंकिंग और एफआरएस सत्यापन पर जोर।
सिमडेगा उपायुक्त कंचन सिंह ने सोमवार को समाज कल्याण विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक की। इसमें उपविकास आयुक्त दीपांकर चौधरी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी और सभी महिला पर्यवेक्षिकाएं उपस्थित थीं। उपायुक्त ने योजनाओं की प्रगति की विस्तृत जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्धारित समयसीमा में लक्ष्य हासिल करना प्राथमिकता होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की स्थिति
समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि इस योजना के लिए 173 का लक्ष्य निर्धारित है। इनमें से अब तक 98 आवेदन स्वीकृत हो चुके हैं। उपायुक्त कंचन सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शेष आवेदनों का भी एक माह के भीतर निस्तारण कर लिया जाए ताकि सभी पात्र लाभुक समय पर योजना का लाभ पा सकें।
किशोरी समृद्धि और मातृ वंदना योजना पर निर्देश
बैठक में सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना की प्रगति पर चर्चा हुई। उपायुक्त ने कहा कि सभी लाभुकों का चयन कर समय पर भुगतान किया जाए।
वहीं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का केंद्रवार सर्वे कराकर एक माह के अंदर लाभुकों की सूची सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि गर्भवती और धात्री महिलाओं तक योजना का लाभ पहुंचाना अत्यंत आवश्यक है।
पूरक पोषाहार और पोषण अभियान पर जोर
पूरक पोषाहार कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने सभी परियोजनाओं को निर्देशित किया कि अगस्त 2025 तक का अभिश्रव एक सप्ताह में जिला कार्यालय को उपलब्ध कराया जाए। इससे समय पर राशि का भुगतान सुनिश्चित हो सकेगा।
साथ ही पोषण अभियान में उपायुक्त ने यह स्पष्ट किया कि सभी लाभुकों का 100 प्रतिशत आधार लिंक और एफआरएस सत्यापन कराया जाए। इससे योजना में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी।
आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति और सुविधाएं
बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों की वर्तमान स्थिति, नए केंद्रों का निर्माण, पेयजल और शौचालय सुविधाएं भी समीक्षा का हिस्सा रहीं। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जहां-जहां आवश्यक हो, तुरंत सुधारात्मक कदम उठाए जाएं ताकि केंद्रों पर आने वाले बच्चों और महिलाओं को परेशानी न हो।
उपायुक्त कंचन सिंह ने कहा: “योजनाओं का उद्देश्य तभी पूरा होगा जब लाभ समय पर और पूरी पारदर्शिता के साथ जरूरतमंदों तक पहुंचे। अधिकारी जिम्मेदारी के साथ कार्य करें और निर्धारित समयसीमा का सख्ती से पालन करें।”
बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों और महिला पर्यवेक्षिकाओं ने उपायुक्त के निर्देशों को गंभीरता से लिया और समयबद्ध तरीके से योजनाओं को पूरा करने का आश्वासन दिया।
न्यूज़ देखो: योजनाओं की निगरानी से ही जनता तक पहुंचेगा लाभ
सिमडेगा प्रशासन की इस समीक्षा बैठक ने स्पष्ट कर दिया कि योजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन और पारदर्शिता सबसे अहम है। अगर सभी अधिकारी और कर्मचारी समय पर जिम्मेदारी निभाएंगे, तभी जनता तक योजनाओं का वास्तविक लाभ पहुंच पाएगा।
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जिम्मेदारी और पारदर्शिता से ही संभव है विकास
अब समय है कि सभी विभागीय अधिकारी और कर्मचारी पूरी निष्ठा से काम करें और समाज कल्याण योजनाओं को जरूरतमंदों तक पहुंचाएं। आप भी अपनी राय साझा करें, इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं और जनजागरूकता बढ़ाने में सहयोग करें।