
#सिमडेगा #प्रशासनिक_निरीक्षण : देर रात उपायुक्त ने बस स्टैंड और सदर अस्पताल की व्यवस्थाओं की समीक्षा कर तत्काल सुधार का निर्देश दिया
- बस स्टैंड में साफ-सफाई, दुकान संचालन व व्यवस्था का निरीक्षण।
- कई दुकानों का किराया बकाया, तीन बार नोटिस व दुकान खाली कराने का निर्देश।
- नगर परिषद की अलाव व्यवस्था की भी समीक्षा, नियमित संचालन का आदेश।
- सदर अस्पताल में आपातकालीन कक्ष व वार्डों की गहन जांच।
- मरीजों की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई का आदेश, लापरवाही पर सख्ती की चेतावनी।
मंगलवार की देर रात सिमडेगा उपायुक्त कंचन सिंह ने अचानक बस स्टैंड और सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दोनों स्थलों पर मौजूद व्यवस्थाओं को बारीकी से परखा और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण में यात्रियों और मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया गया।
बस स्टैंड में अव्यवस्थाओं पर सख्त रुख
उपायुक्त सबसे पहले बस स्टैंड पहुंचीं, जहां उन्होंने सफाई व्यवस्था, दुकानों के संचालन और यात्रियों की सुविधाओं का जायजा लिया। निरीक्षण में यह बात सामने आई कि कई दुकानदारों ने लंबे समय से किराया जमा नहीं किया है। इस पर उपायुक्त ने निर्देश दिया कि
- ऐसे दुकानदारों को तीन बार नोटिस जारी किया जाए,
- निर्धारित समयसीमा के बाद भी भुगतान न करने पर दुकान को खाली कराकर किसी उपयुक्त व्यक्ति को आवंटित किया जाए।
उन्होंने बस स्टैंड परिसर में विशेष सफाई अभियान चलाने तथा यात्रियों के लिए बुनियादी सुविधाओं में सुधार करने का आदेश दिया।
अलाव व्यवस्था की भी समीक्षा
उपायुक्त ने नगर परिषद द्वारा शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर की गई अलाव व्यवस्था की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठंड को देखते हुए अलाव नियमित रूप से संचालित किए जाएं, ताकि आम नागरिकों को राहत मिल सके और व्यवस्था सुचारू रहे।
सदर अस्पताल में गहन निरीक्षण
बस स्टैंड के बाद उपायुक्त देर रात सदर अस्पताल पहुंचीं। यहां उन्होंने
- आपातकालीन कक्ष,
- विभिन्न वार्डों,
- दवा उपलब्धता,
- भर्ती मरीजों के उपचार
की स्थिति का विस्तृत निरीक्षण किया।
उन्होंने मरीजों एवं उनके परिजनों से सीधे बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं। कई मरीजों ने शिकायतें रखीं, जिन पर उपायुक्त ने सिविल सर्जन डॉ. सुन्दर मोहन सामाद को तुरंत समाधान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
“किसी मरीज को इंतजार नहीं होना चाहिए” — उपायुक्त
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने कहा कि रात में अस्पताल पहुंचने वाले मरीज अक्सर आपात स्थिति में आते हैं, इसलिए
- शीघ्र निबंधन,
- तत्काल उपचार
अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इलाज में किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अधिकारियों की उपस्थिति
इस निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता ज्ञानेन्द्र,
सिविल सर्जन डॉ. सुन्दर मोहन सामाद, नजारत उप समाहर्ता-सह-बीडीओ समीर रेनियर खलखो, नगर परिषद प्रशासक अरविंद तिर्की सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।



न्यूज़ देखो: जनता की सुविधाओं पर प्रशासन की नजर जरूरी
उपायुक्त का यह देर रात निरीक्षण प्रशासनिक तत्परता और जनसुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम है। बस स्टैंड और अस्पताल जैसी जगहों पर सुचारू व्यवस्था ही आम नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा की आधारशिला होती है। ऐसी कार्रवाइयों से लापरवाह तंत्र में सुधार संभव है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जनता की सुविधा सर्वोपरि
शहर की व्यवस्थाओं में सुधार तभी संभव है जब प्रशासन और नागरिक दोनों अपनी जिम्मेदारी समझें।
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