
#गढ़वा #डीसीविपत्रसमायोजन : वित्तीय अनुशासन और समयसीमा पर ज़ोर — सभी विभागों को समन्वय कर कार्य को शीघ्र पूरा करने का निर्देश
- गढ़वा उपायुक्त रामनिवास यादव ने मंगलवार को की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक
- डीसी विपत्रों के समायोजन में पारदर्शिता और समयबद्धता को बताया अनिवार्य
- लापरवाही या देरी को बताया अस्वीकार्य, अधिकारियों को दी चेतावनी
- विभागीय समन्वय से अनावश्यक अड़चनों को रोकने पर ज़ोर
- सरकारी कार्यों की गति बनाए रखने के लिए निर्देशित किया गया
समायोजन प्रक्रिया में नहीं होगी देरी, समयसीमा पर काम जरूरी
गढ़वा उपायुक्त रामनिवास यादव ने मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। यह बैठक डीसी विपत्रों (डिपार्टमेंटल क्रेडिट/डेबिट नोट्स) के समायोजन को लेकर थी, जिसमें कई विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि वित्तीय अनुशासन और पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि तय समयसीमा में समायोजन कार्य पूरा किया जाना अनिवार्य है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
रामनिवास यादव (उपायुक्त, गढ़वा) ने कहा: “डीसी विपत्रों का समायोजन एक संवेदनशील और आवश्यक प्रक्रिया है। इसमें देरी होने से सरकारी कार्यों की गति बाधित होती है, जिसे हर हाल में रोका जाना चाहिए।”
विभागीय समन्वय से बेहतर क्रियान्वयन पर बल
बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे आपस में समन्वय स्थापित करें, ताकि किसी भी प्रकार की तकनीकी या प्रशासनिक अड़चनें सामने न आएं। उन्होंने कहा कि समायोजन से जुड़े कार्यों को एक-दूसरे पर टालने की प्रवृत्ति पर रोक लगे और नियत प्रक्रिया के अनुसार समयबद्ध निष्पादन सुनिश्चित हो।
उपायुक्त ने चेताया: “अगर किसी स्तर पर विलंब या असावधानी पाई जाती है तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी।”
वित्तीय अनुशासन को बनाया गया केंद्रीय बिंदु
बैठक में यह दोहराया गया कि जिला प्रशासन की प्राथमिकता में वित्तीय अनुशासन सबसे ऊपर है। उपायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि वे हर समायोजन प्रविष्टि को जांचने के बाद ही आगे बढ़ाएं और अनुचित या अपूर्ण दस्तावेजों को किसी भी हालत में स्वीकार न करें।
न्यूज़ देखो: प्रशासनिक पारदर्शिता की ओर एक और मजबूत कदम
गढ़वा जिला प्रशासन द्वारा डीसी विपत्रों के समायोजन में पारदर्शिता और दक्षता लाने के प्रयास वित्तीय स्वच्छता के लिए एक सराहनीय कदम है।
‘न्यूज़ देखो’ प्रशासन की इस सक्रियता की सराहना करता है जो यह सुनिश्चित करती है कि प्रत्येक सरकारी क्रियान्वयन में जवाबदेही और गति बनी रहे।
ऐसे निर्णय न केवल वित्तीय अनुशासन को मजबूत करते हैं, बल्कि जनता के विश्वास को भी बढ़ाते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जनहित के कार्यों में पारदर्शिता ही असली जवाबदेही
सभी नागरिकों को यह समझना होगा कि प्रशासनिक अनुशासन और पारदर्शिता सीधे आम जनता के हित से जुड़े होते हैं।
यदि योजनाओं का क्रियान्वयन समय से हो और वित्तीय समायोजन सही ढंग से किया जाए, तो इसका लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचेगा।
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