
#पलामू #नवरात्रि : नौ दिवसीय पर्व में मां दुर्गा की आराधना और पाठ से मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त होती है।
- नवरात्रि के नौ दिन अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
- इस समय पूजा, पाठ, मंत्र, जप से आध्यात्मिक लाभ होता है।
- रामचरितमानस का नवाहन पारायण और दुर्गा सप्तशती का पाठ विशेष फलदायी।
- मां दुर्गा की आराधना से विपत्तियाँ दूर होती हैं और जीवन में सुख-शांति आती है।
- इस लेख में साकेत कुमार शुक्ला, उपाध्यक्ष झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ, पलामू की दृष्टि साझा की गई।
नवरात्रि का पर्व हिंदू संस्कृति में विशेष महत्व रखता है। ये नौ दिन पूजा, पाठ, मंत्र और जप के माध्यम से आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त करने का अवसर होते हैं। इस दौरान रामचरितमानस का नवाहन पारायण करना और दुर्गा सप्तशती का पाठ करना अत्यंत फलदायक माना जाता है। पाठक अनुभव कर सकते हैं कि मां की कृपा और साक्षात आशीर्वाद से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
मां की भक्ति और आध्यात्मिक लाभ
नवरात्रि में मां दुर्गा की स्मृति समस्त संशयों का नाश करती है और ज्ञान की प्राप्ति में सहायक होती है। माता जगज्जननी हैं और उनकी आराधना से जीवन की सभी समस्याओं का समाधान संभव होता है। यही कारण है कि भारतीय संस्कृति में दुर्गा पूजा और सप्तशती पाठ को जीवन का अभिन्न हिस्सा माना जाता है।
साकेत कुमार शुक्ला ने कहा: “मां की स्मृति से समस्त विपत्तियों का नाश होता है और जीवन में सुख-शांति आती है। मां ही जीवन का मूल हैं, उनका स्मरण सभी दिशाओं में कल्याण फैलाता है।”
मां के स्मरण से जीवन में शक्ति, उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जैसे वृक्ष की जड़ में पानी डालने से वह हरा-भरा रहता है, वैसे ही मां दुर्गा की भक्ति और स्मृति से जीवन में समृद्धि, स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन बनता है।
नवरात्रि की संस्कृति और संदेश
हिंदू धर्म में नवरात्रि के नौ दिन माता के विभिन्न रूपों की पूजा और आराधना का समय माने जाते हैं। यह पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि मानसिक और सामाजिक विकास में भी योगदान देता है। माता के आशीर्वाद से जीवन में कठिनाइयों का नाश होता है और मनोबल मजबूत होता है।
न्यूज़ देखो: नवरात्रि में आध्यात्मिक जागरूकता और शक्ति
इस लेख के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि नवरात्रि केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति प्राप्त करने का अवसर है। माता की भक्ति से व्यक्ति न केवल अपने जीवन में सुख-शांति लाता है बल्कि समाज में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
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नवरात्रि में जागरूक और सक्रिय बनें
इस नवरात्रि अपने जीवन में मां दुर्गा की भक्ति और स्मृति को अपनाएँ। परिवार और मित्रों के साथ पूजा, पाठ और जागरूकता साझा करें। अपने अनुभव कमेंट में लिखें, इस आशीर्वादपूर्ण पर्व की महिमा साझा करें और समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाएँ।