
#धनबाद #हत्या : सुदामडीह थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाली वारदात, पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया
- सुदामडीह थाना क्षेत्र के पाथरडीह पांडे बस्ती में हत्या की सनसनीखेज घटना।
- आरोपी पति उमेश गुलगुलिया ने पत्नी सोनिया देवी की लाठी-डंडे से पीट-पीटकर हत्या की।
- परिजनों ने आरोपी पर शराब के नशे में आए दिन मारपीट करने का लगाया आरोप।
- घटना के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आरोपी को हिरासत में लिया।
- सिंदरी डीएसपी आशुतोष कुमार सत्यम ने जांच तेज करने और आगे कार्रवाई की बात कही।
धनबाद जिले के सुदामडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत पाथरडीह पांडे बस्ती में बीती रात एक दर्दनाक वारदात हुई जिसने पूरे इलाके को हिला दिया। यहां रहने वाले उमेश गुलगुलिया ने कथित तौर पर घरेलू विवाद के बाद अपनी पत्नी सोनिया देवी की लाठी-डंडे से पिटाई कर दी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, आरोपी पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
घरेलू विवाद से उपजा बवाल
मृतका के परिजनों का कहना है कि उमेश गुलगुलिया शराब पीने का आदी था और आए दिन पत्नी के साथ मारपीट करता था। शनिवार देर रात भी उसने गुस्से में सोनिया देवी की बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतका के भाई और बहन ने साफ आरोप लगाया है कि यह मामला हत्या का है और आरोपी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
आरोपी की सफाई
दूसरी ओर, उमेश गुलगुलिया ने अपनी सफाई में कहा कि वह रात करीब आठ बजे घर लौटा तो पत्नी घर पर नहीं थी। करीब दो घंटे बाद जब वह लौटी तो दोनों में विवाद हुआ। उमेश का कहना है कि खाने के बाद दोनों सो गए और सुबह जब वह उठा तो पत्नी मृत पड़ी थी। हालांकि पुलिस इसे गंभीरता से लेते हुए हत्या का मामला मानकर जांच कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने पर सुदामडीह पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच शुरू की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। सिंदरी डीएसपी आशुतोष कुमार सत्यम ने बताया कि आरोपी पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले की तहकीकात की जा रही है और सच्चाई सामने आने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सिंदरी डीएसपी आशुतोष कुमार सत्यम ने कहा: “आरोपी को हिरासत में लिया गया है, पुलिस टीम उससे पूछताछ कर रही है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।”
न्यूज़ देखो: घरेलू हिंसा का भयावह रूप
धनबाद की यह घटना घरेलू हिंसा और शराबखोरी के खतरनाक नतीजों की कड़ी मिसाल है। लगातार होने वाले झगड़ों का अंत एक परिवार की बर्बादी में हुआ। ऐसे मामलों में समाज और प्रशासन को सजग रहकर पीड़ितों की समय पर मदद करनी होगी।
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अब और चुप्पी नहीं
घरेलू हिंसा केवल परिवार का निजी मसला नहीं बल्कि सामाजिक अपराध है। समय आ गया है कि महिलाएं आवाज उठाएं और समाज उन्हें मजबूत सहारा दे। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हो सकें।