धरती गूंज उठी अहिंसा के स्वर से : इसरी बाजार में भगवान महावीर जन्मकल्याणक पर निकली आकर्षक प्रभात फेरी

#गिरिडीह #महावीरजयंती2025 : पारसनाथ दिगंबर जैन मध्य विद्यालय से निकली प्रभात फेरी, गूंजे “जियो और जीने दो” के नारे

“जियो और जीने दो” के उद्घोष से गूंजा इसरी बाजार

डुमरी प्रखंड के इसरी बाजार स्थित पारसनाथ दिगंबर जैन मध्य विद्यालय के प्रांगण से भगवान महावीर के जन्म कल्याणक के पावन अवसर पर शुक्रवार सुबह एक रंगारंग प्रभात फेरी निकाली गई।

“धरती क्यूँ रसवन्ती है, पावन महावीर जयन्ति है”— इन प्रेरणास्पद नारों के साथ छात्र-छात्राएं पूरे उत्साह के साथ फेरी में शामिल हुए। सभी ने अपने हाथों में संदेशात्मक तख्तियां और बैनर ले रखे थे, जिन पर अहिंसा, सत्य, त्याग और समत्व जैसे महावीर के आदर्श उकेरे गए थे।

पूरे नगर में फैला शांति और सद्भाव का संदेश

प्रधानाध्यापक सुनील कुमार जैन के नेतृत्व में विद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं फेरी में सम्मिलित हुए। प्रभात फेरी विद्यालय प्रांगण से प्रारंभ होकर अहिंसा चौक, शिवाजी नगर, पारसनाथ स्टेशन होते हुए जैन उदासीन महिला आश्रम तक पहुंची।

“भगवान महावीर का जीवन मानवता, अहिंसा और संयम का प्रतीक है। उनके संदेश आज भी समाज के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं,” — सुनील कुमार जैन, प्रधानाध्यापक

वहां जैन समाज के मंत्री सह विद्यालय सचिव, अधिवक्ता अशोक कुमार जैन द्वारा बच्चों एवं शिक्षकों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य भगवान महावीर के मूल संदेशों — “जियो और जीने दो”, “अहिंसा ही परम धर्म है” — को जन-जन तक पहुंचाना था।

गिरीडीह में भगवान महावीर जयंती पर भव्य प्रभात फेरी | Parasnath Digambar Jain Vidyalay, Isri Bazar

रथ यात्रा भी निकलेगी, मूर्ति होगी रथ पर विराजमान

विद्यालय के शिक्षक अंकित जैन ने बताया कि—

“प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी महावीर जयंती पर प्रभात फेरी निकाली गई है। दोपहर में भगवान महावीर की मूर्ति को रथ पर विराजमान कर पूरे नगर में भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी।”

उन्होंने यह भी कहा कि यदि हम सात्विक भोजन और सरल जीवन शैली को अपनाएं, तो हम न केवल अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।

न्यूज़ देखो : संयम और शांति के पथ पर बढ़ते रहें

‘न्यूज़ देखो’ आपसे आह्वान करता है कि भगवान महावीर के दिखाए मार्ग पर चलें —
अहिंसा, करुणा और आत्मसंयम को जीवन का आधार बनाएं।
हर साल आने वाली यह पावन तिथि हमें याद दिलाती है कि हम सबका धर्म पहले मानवता है।

महावीर जयंती की शुभकामनाओं के साथ — बने रहिए ‘न्यूज़ देखो’ के साथ, हर सकारात्मक खबर के लिए।

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