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धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का आयोजन, बैठत गांव में लाभार्थियों को मिला योजनाओं का लाभ

#गुमला #धरतीआबाजनजातीय_अभियान : बिशुनपुर प्रखंड के घाघरा पंचायत अंतर्गत बैठत गांव में सरकारी योजनाओं के लाभ और जागरूकता शिविर का आयोजन — अंतिम व्यक्ति तक योजना पहुंचाने की दिशा में प्रशासन का सराहनीय प्रयास

जनजातीय समुदाय को योजनाओं से जोड़ने की पहल

गुमला जिले के बिशुनपुर प्रखंड के घाघरा पंचायत अंतर्गत बैठत गांव में सोमवार को राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ के अंतर्गत एक जागरूकता एवं लाभ वितरण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य था कि जनजातीय समुदाय तक सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाए और मौके पर ही उनका लाभ भी प्रदान किया जाए।

शिविर में मिला योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ

इस अभियान में पेंशन योजना के तहत 41 नए लाभार्थियों को आवेदन की स्वीकृति दी गई। राशन कार्ड के लिए 4 नए आवेदन, मनरेगा जॉब कार्ड हेतु करीब 200 आवेदन स्वीकार किए गए, जिनमें से कई को मौके पर कार्ड प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त, आधार अपडेट एवं नए आधार नामांकन की सुविधा भी ग्रामीणों को दी गई।

प्रखंड विकास पदाधिकारी सुलेमान मुंदरी ने कहा: “राज्य सरकार की मंशा है कि अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे। इस प्रकार के शिविरों से जनजातीय समाज को मुख्यधारा से जोड़ने में सहायता मिलेगी।”

जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी

शिविर में घाघरा पंचायत की मुखिया कालेश्वर उरांव, पंचायत सचिव कुसुम कुमारी, कल्याण पदाधिकारी गणेशराम महतो, कनीय अभियंता चंद्रकांत भगत समेत प्रखंड स्तरीय कई अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने जन सहभागिता से योजनाओं को सफल बनाने का संकल्प लिया।

ग्रामीणों में उत्साह, कार्यक्रम को बताया लाभकारी

शिविर में भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुए और उन्होंने सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। कई ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से उन्हें समझ में आता है कि किस योजना के तहत क्या लाभ मिलेगा। ग्रामीणों ने मांग की कि प्रत्येक पंचायत में ऐसे शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जाएं।

न्यूज़ देखो: अंतिम पंक्ति तक पहुंचती सरकारी योजना की रौशनी

धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान राज्य सरकार की एक सशक्त पहल है, जिसका उद्देश्य जनजातीय समाज को सशक्त बनाना और योजनाओं से जोड़ना है। न्यूज़ देखो इस प्रयास की सराहना करता है और यह उम्मीद करता है कि ऐसी पारदर्शी और भागीदारीपूर्ण योजनाएं निरंतर जारी रहें।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

जागरूकता ही विकास की पहली सीढ़ी है

जनभागीदारी और प्रशासन की सक्रियता जब मिलती है, तो योजनाएं कागज़ों से निकलकर ज़मीन पर उतरती हैं। ऐसे शिविरों से नागरिकों को न केवल योजनाओं की जानकारी मिलती है, बल्कि सशक्तिकरण की दिशा में ठोस कदम भी उठता है। इस खबर को शेयर करें, ताकि हर गांव और पंचायत तक जागरूकता पहुंचे।

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