
#सिमडेगा #जनसंपर्क : कांग्रेस पदाधिकारी दिलीप तिर्की ने तीन गांवों में बैठक कर ग्रामीणों की पानी, सड़क और पेंशन से जुड़ी समस्याएं सुनीं
- तीन गांवों में दिलीप तिर्की ने ग्रामीणों से सीधी बातचीत।
- पीने के पानी और खराब चापाकल मुख्य समस्या।
- कच्ची सड़क से बरसात में आवागमन प्रभावित।
- वृद्धा पेंशन बंद होने और आधार त्रुटि की शिकायतें।
- अधिकारियों से तुरंत बात कर समाधान का आश्वासन।
सिमडेगा। कांग्रेस के राजीव गांधी पंचायती राज प्रदेश समन्यवक दिलीप तिर्की, अमृत सोरेंग और अन्ना तिर्की ने सोमवार को केशलपुर पंचायत अंतर्गत नवाटोली, कोनाटोली और टंगराटोली गांवों का दौरा किया। बैठक के माध्यम से उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और समाधान की दिशा में ठोस पहल करने का भरोसा दिया। ग्रामीणों ने पारंपरिक गीत गाकर और माला पहनाकर टीम का स्वागत किया।
पीने के पानी की गंभीर किल्लत, चापाकल बंद
महिलाओं ने बताया कि गांव में सभी चापाकल लंबे समय से खराब पड़े हैं। करीब एक वर्ष पूर्व पीएचईडी विभाग की ओर से बोरिंग का कार्य प्रारंभ हुआ था, परंतु टीम आधे में ही काम छोड़कर चली गई। कुछ स्थानों पर बोरिंग से पानी निकलता है, पर उसमें तैलीय पदार्थ होने के कारण पीना संभव नहीं है।
दिलीप तिर्की ने मौके पर ही पंचायत प्रतिनिधियों और संबंधित विभागीय अधिकारियों से बात कर जलापूर्ति की त्वरित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने आश्वासन दिया कि चापाकलों की मरम्मत तथा नए जलस्रोतों की स्थापना शीघ्र कराई जाएगी।
कच्ची सड़क से प्रभावित आवागमन
ग्रामीणों ने बताया कि कोचेडेगा बाँसपहार से केशलपुर को जोड़ने वाली सड़क आज भी कच्ची है। बरसात के मौसम में यह मार्ग पूरी तरह कीचड़ में तब्दील हो जाता है, जिससे लोगों का अस्पताल, बाजार और स्कूल तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है।
दिलीप तिर्की ने कहा कि सड़क निर्माण ग्रामीणों की बुनियादी आवश्यकता है और वे इस मुद्दे को प्रशासन के समक्ष लिखित रूप से रखेंगे ताकि स्थायी समाधान मिल सके।
वृद्धा पेंशन बंद, आधार त्रुटियों से परेशान ग्रामीण
कुछ बुजुर्गों ने बताया कि तकनीकी त्रुटि के कारण उनके पेंशन खाते मृत घोषित कर दिए गए, जिससे पेंशन बंद है। वहीं कई लोगों का आधार कार्ड में उम्र गलत दर्ज है, जिसकी वजह से वे पात्र होने के बावजूद वृद्धा पेंशन से वंचित हैं।
दिलीप तिर्की ने अधिकारियों से तुरंत संपर्क कर आवश्यक सुधार कराने की बात कही और आश्वासन दिया कि पात्र किसी भी व्यक्ति को योजना से वंचित नहीं किया जाएगा।
जागरूकता से ही समाधान संभव: दिलीप तिर्की
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए दिलीप तिर्की ने कहा कि समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए ग्रामसभा को मजबूत बनाना होगा।
उन्होंने कहा—
“सरकार के पास पैसा है, अधिकारी काम करने के लिए मौजूद हैं, फिर भी गांव में इतनी असुविधाएँ होना दुर्भाग्यपूर्ण है। जनता की जागरूकता ही इन समस्याओं के समाधान की चाबी है।”
उन्होंने जल्द ही प्रशासन से मुलाकात कर इन सभी मुद्दों को लिखित रूप में प्रस्तुत करने की बात कही।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित
बैठक में अजय सोरेंग, एलिस प्रभा कुल्लू, मंजरी बिलुंग, रजनी बिलुंग, पतरस बेक, सरिता बिलुंग, रश्मि बिलुंग, क्रिस्टोफर कुल्लू, निकोलस बिलुंग सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।
न्यूज़ देखो: ग्रामीण समस्या समाधान की असली कसौटी प्रशासनिक सक्रियता
सिमडेगा के इन गांवों की समस्याएं बताती हैं कि जल, सड़क और पेंशन जैसे बुनियादी विषयों पर प्रशासन की तेज कार्यवाही ही वास्तविक बदलाव ला सकती है। जनप्रतिनिधियों की सक्रियता महत्वपूर्ण है, पर टिकाऊ समाधान के लिए विभागीय संस्थाओं का जागरूक और समयबद्ध काम आवश्यक है।
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बदलाव तभी आएगा जब आवाज बुलंद होगी
गांव की बुनियादी सुविधाएं हर नागरिक का अधिकार हैं। अपनी समस्याओं को ग्रामसभा और प्रशासन तक बेझिझक पहुँचाएं।
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