
#महुआडांड़ #स्वास्थ्यसेवा : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विकलांगता प्रमाणन शिविर संपन्न – लाभुकों को मिली जांच और प्रमाणन की सुविधा
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महुआडांड़ में विकलांगता शिविर का आयोजन किया गया।
- शिविर का नेतृत्व प्रभारी डॉक्टर अमित खलखो ने किया।
- प्रखंड के विभिन्न गांवों से करीब 20 लाभुकों ने पंजीकरण कराया।
- डॉ. श्रवण कुमार, डॉ. हरिओम प्रसाद, डॉ. पवन कुमार और डॉ. सुनाली कुमारी ने मरीजों की जांच की।
- स्वास्थ्य सहिया, एएनएम और अन्य कर्मी भी मौके पर उपस्थित रहे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महुआडांड़ में गुरुवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अमित खलखो के नेतृत्व में विकलांगता शिविर का सफल आयोजन हुआ। इस शिविर में आसपास के गांवों से पहुंचे लगभग बीस लाभुकों ने भाग लिया और अपनी जांच कराई। शिविर में चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम ने हर मरीज की जांच कर प्रमाणपत्र के लिए फॉर्म भरकर जिला कार्यालय को भेजा।
प्रमाणन और जांच की पूरी प्रक्रिया हुई पारदर्शी
शिविर के दौरान सभी लाभुकों की जांच व्यवस्थित रूप से की गई। डॉक्टरों की टीम ने रोगियों की स्थिति का मूल्यांकन किया और उन्हें आवश्यक दस्तावेज भरने में सहायता की। डॉक्टर श्रवण कुमार, डॉक्टर हरिओम प्रसाद, डॉक्टर पवन कुमार और डॉक्टर सुनाली कुमारी ने चिकित्सा परीक्षण कर आवश्यक रिपोर्ट तैयार की। उन्होंने बताया कि सभी योग्य व्यक्तियों के प्रमाणपत्र शीघ्र जिला स्तर पर स्वीकृत किए जाएंगे ताकि वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें।
सहयोग और जनभागीदारी का सकारात्मक उदाहरण
इस शिविर में सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मियों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एएनएम, सहिया बहनों और अन्य सहयोगियों ने लाभुकों को पंजीकरण, फॉर्म भरने और जांच के लिए सहयोग प्रदान किया। लाभुकों ने कहा कि ऐसे शिविर से उन्हें न केवल चिकित्सकीय सुविधा मिली, बल्कि सरकारी योजनाओं तक पहुंच आसान हुई।
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की पहल से राहत
विकलांगता प्रमाणपत्र मिलने के बाद इन लाभुकों को कई सरकारी योजनाओं जैसे पेंशन, छात्रवृत्ति, और अन्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। प्रभारी डॉक्टर अमित खलखो ने कहा कि इस तरह के शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि किसी भी पात्र व्यक्ति को सुविधा से वंचित न रहना पड़े।
न्यूज़ देखो: विकलांग जनों के लिए संवेदनशील प्रशासन की पहल
यह शिविर न केवल स्वास्थ्य सुविधा का उदाहरण है, बल्कि विकलांग नागरिकों के प्रति प्रशासन की जिम्मेदारी का भी प्रतीक है। स्थानीय स्तर पर ऐसे प्रयास समाज में समावेशिता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
साथ मिलकर संवेदनशील समाज की ओर
विकलांगता किसी व्यक्ति की कमजोरी नहीं, बल्कि समाज के लिए अवसर है कि वह सहयोग और संवेदना का उदाहरण बने। अब समय है कि हम सब ऐसे प्रयासों में सहभागिता करें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ साझा करें ताकि जरूरतमंदों तक यह प्रेरणा पहुंचे।




