#हुसैनाबाद #रेलसुविधा : जपला स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 पर समुचित व्यवस्था के लिए रेल उपभोक्ता संघर्ष समिति ने डीआरएम को सौंपा ज्ञापन।
- जपला स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 पर रुकती हैं अधिकांश मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें।
- दिव्यांग, वृद्ध और बीमार यात्रियों के लिए आवागमन में भारी कठिनाई।
- फुट ओवर ब्रिज और रैंप की सुविधा का अभाव, प्लेटफार्म बहुत नीचा और असमतल।
- रेल उपभोक्ता संघर्ष समिति और सद्भावना समिति ने डीआरएम डीडीयू मंडल को ज्ञापन सौंपा।
- समितियों ने प्लेटफार्म ऊंचा करने और रैंप निर्माण की मांग रखी।
जपला रेलवे स्टेशन, जो हुसैनाबाद अनुमंडल मुख्यालय का प्रमुख स्टेशन है, इन दिनों यात्रियों की सुविधाओं के मामले में लापरवाही का प्रतीक बन गया है। यहां रुकने वाली लगभग सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 पर लगती हैं। लेकिन इन प्लेटफार्मों तक पहुंचना दिव्यांगों, वृद्धों और बीमार यात्रियों के लिए किसी कठिन यात्रा से कम नहीं है। स्टेशन परिसर में मूलभूत सुविधाओं का अभाव रेलवे की संवेदनहीनता को उजागर करता है।
दिव्यांगों और वृद्धों के लिए असुविधाजनक स्थिति
ज्ञापन में बताया गया कि प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 की ऊंचाई बेहद कम है। वहां तक पहुंचने के लिए कोई समतल मार्ग नहीं है और न ही फुट ओवर ब्रिज या रैंप की व्यवस्था है। इस कारण दिव्यांग और वृद्ध यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने या उतरने के दौरान असहनीय कठिनाई झेलनी पड़ती है। कई बार उन्हें दूसरों की मदद लेनी पड़ती है, जो सुरक्षा के लिहाज से भी खतरनाक साबित होता है।
समितियों ने उठाई आवाज, डीआरएम को सौंपा ज्ञापन
रविवार को रेल उपभोक्ता संघर्ष समिति और सद्भावना समिति ने संयुक्त रूप से डीआरएम, डीडीयू मंडल के नाम ज्ञापन जपला स्टेशन अधीक्षक को सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि प्लेटफार्मों की ऊंचाई बढ़ाई जाए और वहां समुचित रैंप तथा फुट ओवर ब्रिज की व्यवस्था की जाए। समितियों ने यह भी कहा कि जब तक ये सुधार कार्य नहीं किए जाते, तब तक दिव्यांग और वृद्ध यात्रियों की परेशानी बनी रहेगी।
हुसैनाबाद जैसे महत्वपूर्ण स्टेशन पर सुविधाओं का अभाव
समितियों ने कहा कि जपला स्टेशन हुसैनाबाद अनुमंडल का प्रमुख रेलवे स्टेशन है, जहां से हजारों यात्री रोजाना आवागमन करते हैं। ऐसे में यहां यात्री सुविधाओं की अनदेखी असहनीय है। यह स्टेशन न केवल हुसैनाबाद बल्कि आसपास के कई प्रखंडों के लिए भी जीवनरेखा है। इसलिए प्रशासन को तुरंत इस दिशा में कदम उठाना चाहिए ताकि यात्रियों को राहत मिल सके।
ज्ञापन सौंपने वालों में शामिल रहे कई सामाजिक कार्यकर्ता
ज्ञापन सौंपने वालों में समिति के संरक्षक एजाज हुसैन उर्फ छेदी खान, केदार सिंह, एमडी खालिद, अब्बास अंसारी, जितेंद्र कुमार सोनी, प्रभात पाल समेत कई स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे। इन सभी ने कहा कि जब तक स्टेशन की संरचना और सुविधाओं में सुधार नहीं होता, तब तक यात्रियों की परेशानी दूर नहीं हो सकती।
न्यूज़ देखो: यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देना जरूरी
रेल प्रशासन को यह समझना होगा कि यात्री सुविधा कोई विलासिता नहीं, बल्कि अधिकार है। जपला जैसे प्रमुख स्टेशन पर दिव्यांगों और वृद्धों के लिए बुनियादी सुविधाओं का अभाव रेलवे की जवाबदेही पर सवाल खड़ा करता है। अब आवश्यक है कि संबंधित अधिकारी इस मामले पर संज्ञान लें और जल्द सुधारात्मक कदम उठाएं।
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बदलाव की ओर एक कदम
अब समय है कि रेलवे प्रशासन यात्री सुविधाओं के स्तर को सुधारने के लिए ठोस पहल करे। दिव्यांग और वृद्ध यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करना संवेदनशील शासन की पहचान है। आइए, हम सब मिलकर इस मुद्दे को आवाज दें ताकि आने वाले दिनों में जपला स्टेशन एक मॉडल स्टेशन के रूप में सामने आए। इस खबर को शेयर करें और अपनी राय कमेंट में दें।