
#पांडू #विद्यालय_संदेश : प्राचार्य ने छात्र-छात्राओं को समय पर स्कूल आने की दी चेतावनी, अभिभावकों से सहयोग की अपील
- +2 उच्च विद्यालय पांडू के छात्रों को नियमित उपस्थिति के निर्देश
- ड्रेस कोड, स्कूल बैग और लंच-बॉटल अनिवार्य – बिना ड्रेस नहीं मिलेगा प्रवेश
- बाजार या सड़कों पर घूमते पाए जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई
- विद्यालय में अनुशासन के लिए पुलिस की मदद भी ली जाएगी
- अभिभावकों से बच्चों की निगरानी और सहयोग का किया अनुरोध
गैरहाजिर छात्रों पर विभागीय कार्रवाई की चेतावनी
पलामू जिले के पांडू प्रखंड मुख्यालय स्थित कल्याण कृत +2 उच्च विद्यालय के प्रचार्य देवेश पाल ने सोमवार को छात्रों के नाम एक सख्त लेकिन मार्गदर्शक संदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि नामांकन के बाद भी जो छात्र-छात्राएं विद्यालय नहीं आ रहे हैं, वे तुरंत विद्यालय आना शुरू करें, अन्यथा विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
ड्रेस कोड और अनुशासन होंगे अनिवार्य
प्राचार्य देवेश पाल ने स्पष्ट किया कि सभी विद्यार्थियों को विद्यालय ड्रेस में आना अनिवार्य है। बिना ड्रेस के किसी को विद्यालय में प्रवेश नहीं मिलेगा। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि विद्यालय आते समय छात्र-छात्राओं को स्कूल बैग, लंच बॉक्स और पानी की बोतल साथ लाना आवश्यक है।
उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि “जो छात्र या छात्राएं स्कूल टाइम में ड्रेस में होकर भी सड़क या बाजार में घूमते हुए पाए जाएंगे, उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
अभिभावकों से सहयोग की अपील
प्राचार्य ने सभी अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों के स्कूल आने-जाने पर निगरानी रखें। यह सुनिश्चित करें कि बच्चे वास्तव में स्कूल जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि “गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुशासन तभी संभव है, जब विद्यालय और अभिभावकों के बीच सामंजस्य बना रहे।”
शांति व्यवस्था के लिए प्रशासनिक सहयोग
विद्यालय में अनुशासन और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पांडू थाना पुलिस का सहयोग भी लिया जाएगा। प्रचार्य ने कहा कि “उदंड बच्चों पर न केवल शिक्षकों की, बल्कि पुलिस की भी नजर रहेगी ताकि स्कूल का शैक्षणिक माहौल खराब न हो।”
न्यूज़ देखो: शिक्षा में अनुशासन की ठोस पहल
पांडू के इस विद्यालय में नियमितता, अनुशासन और पारदर्शिता की दिशा में उठाए गए यह कदम विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने की एक सराहनीय कोशिश हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा और अनुशासन से ही बनेगा उज्ज्वल भविष्य
आइए, हम सभी मिलकर स्कूलों में अनुशासित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माहौल को बनाए रखने में सहयोग करें। यह हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी देन होगी।